राजकीय पक्षी पहाड़ी मैंना
राजकीय पक्षी -पहाड़ी मैंना
घोषित 2001
संकेंद्रण -इनका संकेंद्रण दंतेवाड़ा बीजापुर, नारायणपुर, कोंडागांव , जगदलपुर ,कांगेर घाटी गुप्तेश्वर आदि वन क्षेत्रों में है।
बसाहट पहाड़ी वन क्षेत्र में वृक्ष की कोटरों में बसने वाली पक्षी है।
इसका अस्तित्व संकट में है।
पहाड़ी मैंना का संरक्षण कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में किया जा रहा है।
विशेषता -इनके पंख काले एवं छोर सफेद होते हैं। इनके चोंच गुलाबी तथा कंठ एवं पैर पीले होते हैं । यह मनुष्य की भांति बोलती है और मनुष्य जैसे ही आवाज की सटीक नकल करती है।
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