मुहावरे
मुहावरे :- जब कोई वाक्य या वाक्यांश किसी विशेष अर्थ को प्रकट करें तो वह मुहावरे कहलाता है।
जैसे- "मोहन आग ताता हो गया"
इस वाक्य में आग ताता का अर्थ है। गुस्सा अर्थात मोहन गुस्से में आ गया।
मुहावरा अर्थ
1. उंगली उठाना - आरोप लगाना।
वाक्य में प्रयोग- दोनों नेता भरी सभा में एक- दूसरे पर उंगली उठा रहे थे।
2.उल्लू बनाना - मूर्ख बनाना।
वाक्य में प्रयोग- ठग मेरी मां को उल्लू बनाकर 100 रुपए ले गया।
3.एक आंख से देखना - सबको समान रूप से देखना।
वाक्य में प्रयोग- कक्षा में सभी छात्रों को अध्यापिका एक आंख से देखती है।
4. एक ही थाली के चट्टे -बट्टे - एक जैसे लोग।
वाक्य में प्रयोग- मोहन और उसके दोनों मित्र एक ही थाली के चट्टे -बट्टे हैं।
5. कमर टूटना - बहुत हानि होना।
वाक्य में प्रयोग- पापा की अचानक मृत्यु से नीतू की तो कमर ही टूट गई।
6. कलम तोड़ना - बहुत सुंदर रचना करना।
वाक्य में प्रयोग- 'मुझे चांद चाहिए' उपन्यास में निर्मल वर्मा ने कलम तोड़कर रख दी है।
7. घोड़े बेचकर सोना - निश्चित होना।
वाक्य में प्रयोग- बेटे की शादी करके भोलानाथ घोड़े बेचकर सोया।
8. चार चांद लगाना - मान बढ़ाना।
वाक्य में प्रयोग- मोहित के आ जाने से उत्सव में मानो चार चांद लग गए।
9. अंग भरना - गले लगाना।
वाक्य में प्रयोग- बहुत दिन बाद पुत्र को देखकर मां ने उसे अंग में भर लिया।
10. अंधे की लाठी - एक मात्र सहारा।
वाक्य में प्रयोग- श्रवण कुमार अपने माता-पिता के लिए अंधे की लाठी थे।
11. अक्ल पर पत्थर पड़ना - बुद्धि नष्ट होना।
वाक्य में प्रयोग- तुम्हारी अकल पर पत्थर पड़ गए थे जो मोहन की बातों में आ गए।
12. गड़े मुर्दे उखाड़ना - बीती बातें करना।
वाक्य में प्रयोग- जो होना था हो गया अब तुम गड़े मुर्दे मत उखाड़े।
13. अगर- मगर करना - बहाने बनाना।
वाक्य में प्रयोग- मोहित ने जब विपिन से अपनी किताब मांगी तो वह अगर-मगर करने लगा।
14. आग बबूला होना - बहुत गुस्सा करना।
वाक्य में प्रयोग- मुकेश के शिक्षक से उसकी शिकायत सुनकर उसके पिताजी आग बबूला हो गए।
15. आस्तीन का सांप - कपटी मित्र
वाक्य में प्रयोग- मोहन को पता नहीं था कि रामू आस्तीन का सांप निकलेगा।
16.आंखें बिछाना - प्रेम से स्वागत करना।
वाक्य में प्रयोग- भारत के लोग अतिथियों के स्वागत में आंखें बिछा देते हैं।
17. आंखें फेर लेना - बदल जाना।
वाक्य में प्रयोग- मुसीबत आने पर सभी आंखें फेर लेते हैं।
18.आपे से बाहर होना - बहुत क्रोधित होना।
वाक्य में प्रयोग- राघव की रोज-रोज शिकायत सुनकर उसके पिताजी उस दिन आपे से बाहर हो गए।
19.आसमान टूट पड़ना - बड़ी मुसीबत आना।
वाक्य में प्रयोग- पिता की मौत से तो राकेश पर मानो आसमान टूट पड़ा।
20.खून खून पसीना एक करना - बहुत परिश्रम करना।
वाक्य में प्रयोग- आईएएस की परीक्षा की तैयारी में मोनू ने खून पसीना एक कर दिया।
21. गर्दन उठाना - विरोध करना।
वाक्य में प्रयोग- चुनाव सभा में नेताजी के अपने ही लोगों ने उनके विरुद्ध गर्दन उठा रहे थे।
22. तीन- पांच करना - टाल - मटोल करना।
वाक्य में प्रयोग- गौरव से शिबू ने पैसे मांगे तो वह तीन- पांच करने लगा।
23.दुमदबाकर भागना - डर कर भागना।
वाक्य में प्रयोग- पुलिस को देखकर चोर दुम दबाकर भाग गए।
24. दाने दाने को तरसना - निर्धन होना।
वाक्य में प्रयोग- गरीबी के कारण शंकर का परिवार दाने- दाने को तरस रहा है।
25. दिन रात एक करना - बहुत परिश्रम करना।
वाक्य में प्रयोग- परीक्षा में पास होने के लिए राहुल ने दिन-रात एक कर दिया।
26. नाक काटना - सम्मान न रहना।
वाक्य में प्रयोग- अपने नालायक बेटे के कारनामों के कारण पिता की नाक कट गई।
27. पोल खोलना - रहस्य खोलना।
वाक्य में प्रयोग- राहुल ने पुलिस के सामने अपने मित्र के काले -धंधे की पोल खोल दी।
28. पांचो उंगली घी में होना - लाभ होना।
वाक्य में प्रयोग- मोहित की लाटरी निकल आने पर उसकी तो पांचो उंगली घी में है।
29. हाथ पांव मारना - कोशिश करना।
वाक्य में प्रयोग- उसने सफल होने के लिए बहुत हाथ- पांव मारे लेकिन सफलता नहीं मिली।
30. सूरज को दीपक दिखाना - प्रसिद्ध व्यक्ति का परिचय देना।
वाक्य में प्रयोग- पंडित रविशंकर का परिचय देना सूरज को दीपक दिखाना है।
कहावतें
कहावतें :- किसी महापुरुषों के कथित शब्द लोकोक्ति कहे जाते हैं। लोकोक्ति का ही दूसरा नाम कहावत है। कहावतें अर्थ को प्रकट करने वाले पूर्ण वाक्यों में प्रयुक्त होती है।
जैसे -"आटे के साथ घुन भी पिसता है"- दोषी के साथ निर्दोष भी मारा जाता है।
कहावतें अर्थ
1.अधजल गगरी छलकत जाए-कम ज्ञानी बहुत घमंड करता है।
वाक्य में प्रयोग-बी.ए. पास करके तुम तो अपने को गवर्नर समझने लगे हो, सच कहा है अधजल गगरी छलकत जाए।
2. अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत - अवसर निकल जाने पर पछताना व्यर्थ है।
वाक्य में प्रयोग-जब पढे नहीं तो फेल होने पर क्यों रोते हो? क्योंकिअब पछता होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत।
3. आम के आम गुठलियों के दाम - दोहरा लाभ।
वाक्य में प्रयोग - टी.वी. खरीदने पर लॉटरी में फिज निकल आया। है न आम के आम गुठलियों के दाम।
4. आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास - मुख्य कार्य छोड़कर व्यर्थ के कार्य करना।
वाक्य में प्रयोग- रोहित प्रयागकुम्भ स्नान करने गया लेकिन वहां भी अपने व्यवसाय का कार्य करने लगा ऐसे लोगों के लिए ठीक कहा गया है ; आए थे हरिजन को ओटन लगे कपास।
5. आंख का अंधा नाम नयन सुख- गुणों के विपरीत नाम।
वाक्य में प्रयोग- उसका नाम है अमीर चंद्र पर वह बहुत गरीब है। इसे कहते हैं आंख का अंधा नाम नयन सुख।
6.एक अनार सौ बीमार - वस्तु कम, चाहने वाले अधिक।
वाक्य में प्रयोग - बेरोजगार की संख्या इतनी बढ़ गई है की एक पद के लिए हजार आवेदन -पत्र आ जाते हैं, इसे कहते हैं एक अनार सौ बीमार।
7.कहां राजा भोज कहां गंगू तेली- दो असमान व्यक्ति।
वाक्य में प्रयोग - धुरी भाई अंबानी से रवि की तुलना करना बिल्कुल व्यर्थ है। कहां राजा भोज कहां गंगू तेली ।
8.खोदा पहाड़ निकली चुहिया- अधिक परिश्रम कम फल।
वाक्य में प्रयोग-दस लाख लगाकर व्यापार शुरू करके पांच हजार का लाभ मिलना तो खोदा पहाड़ निकली चुहिया के समान है।
9.जल में रहकर मगर से बैर- ताकतवर से शत्रुता नहीं ली जा सकती।
वाक्य में प्रयोग - यदि गांव में रहना है तो गांव के मुखिया की बात माननी पड़ेगी क्योंकि जल में रहकर मगर से बैर नहीं किया जा सकता।
10. हाथ कंगन को अरसी क्या- प्रत्यक्ष को प्रणाम की जरूरत नहीं।
वाक्य में प्रयोग- राधा ने खाना बहुत स्वादिष्ट बनाया है खा कर देखिए हाथ कंगन को आरसी क्या।
11. बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद- मूर्ख गुणों का महत्व नहीं समझता।
वाक्य में प्रयोग -रमेश की पत्नी एम.ए. पास है और वह निरक्षर, फिर भी वह अपनी पत्नी को महत्व नहीं देता; सच है बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद।
12.बोया पेड़ बबूल का आम कहां से पाए - जैसा कर्म करोगे, वैसा फल प्राप्त होगा।
वाक्य में प्रयोग- विनय ने पढ़ाई की ही नहीं, अब फेल हो गया तो रोता है; सच है बोया पेड़ बबूल का आम कहां से पाए।
13. एक हाथ से ताली नहीं बजती- झगड़ा एक पक्ष से नहीं होता।
वाक्य में प्रयोग- तान्या अकेले नहीं झगड़ा कर सकती, क्योंकि एक हाथ से ताली नहीं बजती।
14. मान ना मान मैं तेरा मेहमान- जबरदस्ती गले पडना।
वाक्य में प्रयोग- मेरे मना करने पर भी मेरे पड़ोसी का लड़का मेरे घर टी.वी. देखने आ जाता है; इसे कहते हैं मान ना मान मैं तेरा मेहमान।
15. काला अक्षर भैंस बराबर - अनपढ़ होना।
वाक्य में प्रयोग- इसकी तो अनपढ़ लड़की से शादी होगी, क्योंकि इसे खुद तो लिखना- पढ़ना नहीं आता, इसके लिए तो काला अक्षर भैंस बराबर है।
16. रस्सी जल गई पर बल न गया - बचा कुछ भी नहीं शान वही।
वाक्य में प्रयोग - सेठ जी की हवेली तक खंडहर बन गई पर सेठ जी अभी भी शेखी बघार से रहते हैं, किसी की इज्जत नहीं करते, इसे कहते हैं रस्सी जल गई पर बल न गया।
कंचन धिरही
बी .एस .सी (फाइनल) गणित
1 Comments
Good job
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