विश्व डिस्लेक्सिया दिवस –
डिस्लेक्सिया (Dyslexia) एक ऐसी सीखने से जुड़ी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को पढ़ने, लिखने, शब्दों को पहचानने या बोलचाल की भाषा समझने में कठिनाई होती है। लेकिन यह किसी व्यक्ति की बुद्धि, रचनात्मकता या क्षमता को प्रभावित नहीं करती। डिस्लेक्सिया वाले बच्चे और व्यक्ति अक्सर बहुत कल्पनाशील, रचनात्मक और नई सोच वाले होते हैं।
हर वर्ष 8 अक्टूबर को विश्व डिस्लेक्सिया दिवस (World Dyslexia Day) मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाना, समझ बढ़ाना और यह संदेश देना है कि हर बच्चा अलग तरीके से सीखता है — और यही विविधता हमारी सबसे बड़ी शक्ति है।
डिस्लेक्सिया की पहचान अगर शुरुआती अवस्था में हो जाए और बच्चे को समझदार शिक्षक, सहायक परिवार और समावेशी शिक्षा मिले, तो वह किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकता है।
ऐसे बच्चों को केवल थोड़ी समझ, धैर्य और प्रोत्साहन की ज़रूरत होती है। वे शायद पढ़ने या लिखने में धीमे हों, पर उनके विचार और कल्पनाएँ बहुत गहरी और अनोखी होती हैं।
विश्व डिस्लेक्सिया दिवस हमें यह सिखाता है कि हमें समावेशी कक्षाएँ (inclusive classrooms) बनानी चाहिए — जहाँ हर विद्यार्थी को अपनी गति और शैली में सीखने की स्वतंत्रता मिले।
आइए, हम सब मिलकर ऐसे समाज का निर्माण करें जहाँ अलग होना कमजोरी नहीं, बल्कि एक नई पहचान हो।
हर बच्चे को सीखने, समझने और आगे बढ़ने का समान अवसर मिले — यही इस दिवस का असली संदेश है।
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Nice
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