सुदूर वनांचल ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाते हुए बच्चों के मन से प्रतियोगिता परीक्षा के भय को समाप्त कर उन्हें विभिन्न परीक्षा में उत्तीर्ण कराने वाले शिक्षक
श्री हपका मुत्ता, प्रधान पाठक के पद पर बालक आश्रम झापरा, विकास खण्ड-सुकमा जिला-सुकमा में पदस्थ है।इनके द्वारा सुदूर वनांचल ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाते हुए बच्चों का विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं के माध्यम से नवोदय, एकलव्य, उत्कर्ष, आदर्श विद्यालय आदि संस्था में चयनित होकर 40 छात्र उक्त संस्थाओं में पढ़ाई कर रहे हैं, वे अपने संस्था का वातावरण को आकर्षक बनानें के लिए कक्षा कक्ष एवं बाहरी दीवारों पर वालपेंटिंग कराया एवं संस्था में वृक्षारोपण कर फलदार, फूलदार, छायादार पेड़ लगाए हैं, साथ ही एक आकर्षक बागवानी का निर्माण किया है।जो संस्था की खूबसूरती को बढ़ा रहा है। वे बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उनके सृजनात्मक एवं रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए नृत्य, गायन, वाद्ययंत्र बजाना,चित्र कला, कबाड़ से जुगाड़ बनाना, मिट्टी के खिलौने बनाना, पेपर क्राफ्ट, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, दोनों हाथों से लिखने का अभ्यास कराना, खेल एवं शिक्षा आधारित गतिविधि, विज्ञान के छोटे -छोटे प्रयोग करना,योगा, खेल व्यक्तिगत सफाई ,परिसर व आसपास की सफाई करने हेतु बच्चों को प्रोत्साहित करते हैं।
और पालकों को संस्था से जोड़ कर रखने हेतु व्यक्तिगत सम्पर्क कर उन्हें पालक बैठकों में आमंत्रित करते हैं, पालकों की उपस्थिति प्रति बैठक में 95 प्रतिशत ज्यादा रहती है। संस्था में होने वाली हर गतिविधि को पालक शिक्षक वाट्स अप ग्रुप में शेयर करते हैं। वे स्कूल में घर जैसा माहौल तैयार करने के उद्देश्य से विभिन्न जयंतियों एवं पर्वों का आयोजन कराते हैं। अंगना म शिक्षा कार्यक्रम के तहत माताओं बुलाकर बच्चों को माताओं के साथ अनेक गतिविधि कराया जाता है स्मार्ट माताओं को सम्मानित किया जाता है, साथ ही अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर माताओं के लिए विभिन्न खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है और विजेताओं को पुरस्कृत किया जाता है। साथ ही प्रति वर्ष आदर्श पालकों का सम्मान करते हैं। जिस कारण पालकों का सहयोग हमेशा मिलता रहता है। यह प्रवेश के लिए जिले भर के पालक अपने बच्चों का एडमिशन कराने के लिए आते हैं। इनके प्रयासों से यह संस्था जिले में एक अलग पहचान बनाई है। यह के छात्र प्रतिदिन वाद्ययंत्र बजाकर प्रार्थना करते हैं, वे स्वयं के व्यय, समुदाय के सहयोग एवं शिष्यवृत्ति की राशि से बच्चों के लिए जूता, टाई, बेल्ट, सफेद यूनिफॉर्म,ब्लेजर, ट्रेक सूट, हाउस ड्रेस आदि की व्यवस्था करते हैं, बच्चे इन ड्रेसों में बहुत ही सुन्दर दिखाई देते हैं तो नीजी संस्था के समतुल्य नजर आते हैं। यह के छात्र जिला स्तरीय विभिन्न कार्यक्रमों अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अनेकों इनाम अपने नाम किया है। इनके इन्हीं उत्कृष्ट कार्यों के कारण शिक्षादूत पुरस्कार, उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार, नवाचारी पुरस्कार, आदर्श अधीक्षक पुरस्कार, विशिष्ट कर्मचारी पुरस्कार, उत्कृष्ट अधीक्षक पुरस्कार, राज्यपाल पुरस्कार 2024 से सम्मानित है साथ ही विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से कई पुरस्कारों से सम्मानित है। गतवर्ष प्रकृति विज्ञान यात्रा से ए पी जे अब्दुल कलाम अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं।
इनका लक्ष्य पालकों शाला से जोड़ कर समाज में फैली कुरीतियों एवं अंधविश्वास को दूर करना । , प्रति वर्ष वृक्षारोपण करना, अधिक से अधिक पुस्तकालय का उपयोग करना, दीन-दुखियों एवं जरूरतमंद लोगों की सहायता करने की गुण बच्चों में विकसित करना , बच्चों को संस्कारवान एवं चरित्रवान बनाकर एक स्वच्छ सामाजिक वातावरण निर्मित करना,नशा से दूरी बनाएं रखने हेतु बच्चों एवं पालकों को जागरूक करना। इनका मुख्य उद्देश्य है।
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