नवाचार की मिसाल : शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला, कोटेतरा का किचन गार्डन
"शिक्षा का असली उद्देश्य जीवन जीने की कला सिखाना है।"
इसी विचार को साकार रूप दिया है शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला, कोटेतरा (ब्लॉक जैजैपुर, जिला सक्ती) के शिक्षक श्री रहेमतुल्ला खान ने। विद्यालय में शुरू किया गया किचन गार्डन नवाचार आज बालिकाओं की शिक्षा व जीवन दोनों में नई रोशनी ला रहा है।
किचन गार्डन : सीख और पोषण का संगम
विद्यालय परिसर में बच्चियाँ मिलकर मौसमी सब्ज़ियाँ उगाती हैं। यह सब्ज़ियाँ प्रतिदिन के मध्याह्न भोजन में उपयोग की जाती हैं। इससे भोजन स्वादिष्ट और पौष्टिक बनता है। साथ ही बच्चियों को विज्ञान, पर्यावरण और पोषण का व्यवहारिक ज्ञान भी प्राप्त होता है।
दीवारें भी सिखाती हैं
विद्यालय की दीवारों पर सुंदर जीके लेखन और विज्ञान मॉडल से विज्ञान शिक्षण और विज्ञान आधारित चित्रण किए गए हैं। इससे बच्चियों को पढ़ाई में रुचि बढ़ती है और कठिन विषय भी सरलता से समझ आते हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि
इस नवाचार का असर केवल विद्यालय तक सीमित नहीं रहा। बालिकाओं ने अपनी मेहनत और लगन से राष्ट्रीय स्तर पर भी उपलब्धि हासिल की है।
सत्र 2024 : तमन्ना आदित्य और रेशमा साहू का चयन।
सत्र 2025 : यामिनी साहू और प्रतिभा सिदार का चयन।
इन छात्राओं का चयन राष्ट्रीय साधन सह प्रवीण्य सूची छात्रवृत्ति (NMMS) के लिए हुआ है। इसके अंतर्गत उन्हें कक्षा 9वीं से 12वीं तक प्रतिवर्ष ₹12,000 की छात्रवृत्ति प्राप्त होगी।
प्रेरणा का स्रोत
शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला, कोटेतरा का किचन गार्डन मॉडल शिक्षा और जीवन कौशल को एक साथ जोड़ने का अद्भुत उदाहरण है। यह पहल सिद्ध करती है कि यदि शिक्षा में नवाचार जोड़ा जाए, तो बच्चे न केवल अच्छे विद्यार्थी बनते हैं, बल्कि आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी नागरिक भी।
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