विद्यालय में शतप्रतिशत उपस्थिति के साथ विभिन्न नवाचारों के साथ विद्यालय की तस्वीर बदलने वाले शिक्षक
डिगेश्वर कुमार साहू
सहायक शिक्षक
शासकीय प्राथमिक विद्यालय -खेड़ीटिकरा ,संकुल केंद्र-मैनपुर -02
विकासखंड एवं जिला -गरियाबंद (छ.ग.)
विजय और सफलता पाने के लिए जीवन में शिक्षा को सबसे शक्तिशाली हथियार के रूप में माना जाता है अपने देश के भविष्य और युवाओं के जीवन को बनाने के लिए और उसे आकार देने के लिए यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी और कार्य करने के लिए शिक्षकों को दिया जाता हैं शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी शिक्षक निभाता है बच्चों के वर्तमान और भविष्य को बनाता है। डिगेश्वर कुमार साहू सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक विद्यालय -खेड़ीटीकरा,संकुल केंद्र -मैनपुर 02 विकासखंड एवं जिला गरियाबंद(छ. ग.)में प्रथम नियुक्ति 2007 में हुई उस समय शाला में बच्चों की उपस्थिति दर्ज संख्या का आधा ही रहता था पालको से संपर्क करने जाने पर वे घर पर नही मिलते थे इसलिए अवकाश के दिनों मे या जिस समय कार्य कर घर आ जाते उसी समय का चयन मोर लइका मोर स्कूल कार्यक्रम के अंतर्गत शाम को बैठक में चर्चा किया जाता एवं सतत संपर्क अभियान चलाया शिक्षा के महत्व को समझाया।
वर्तमान में सभी पालक जागरूक है बच्चों की उपस्थिति शत प्रतिशत है।बच्चों में सीखने सिखाने के प्रति आकर्षण बनाने के लिए प्रिंटरीच वातावरण निर्माण, आकर्षक परिषर,सहा
यक शिक्षण सामग्री,एवं जादुई पिटारा का निर्माण कर पढ़ाई किया जा रहा है स्थानीय खेल में शिक्षा को जोड़कर खेल खेल में सिखाया जा रहा है।FLN कीट, मुस्कान पुस्तकालय,बच्चों के लिए खिलौना घर, खिलौना कॉर्नर बनाया गया है जिससे सभी बच्चे बहुत ही मजेदार एवं आकर्षक नवाचारी तरीके से सीखते हैं शिक्षण कार्य के लिए 01 से05 तक के बच्चों के लिए सहायक शिक्षण सामग्री का निर्माण किया गया है।*मोर स्कूल मोर लइका*अभियान चलाया गया उसके कारण उपलब्धि हुआ कि अन्य गांव के पालको ने 08 से 10 बच्चों का दाखिला अपनी शाला के कराया और अध्ययनरत है ।शाला की नामांकन एवं उपस्थिति शत प्रतिशत है।
*विद्यालय के भौतिक विकास के लिए शिक्षक द्वारा किया गया प्रयास*
विद्यालय के भौतिक विकास के लिए तीन तीन वर्ष का शाला विकास योजना बनाया जिसके निर्माण में शाला प्रबंधन समिति का सहयोग लिया ताकि योजना बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बन सके । गांव के लोगो के सहयोग श्रम दान से और आहाता निर्माण में मेरे द्वारा प्रदायआर्थिक सहायता से अस्थायी अहाता बनाया गया ।शाला मैदान में जन सहयोग से समतलीकरण, लघु वाटिका, बच्चों की उपस्थिति की जानकारी लेने के व मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता परीक्षण के लिए प्रतिदिन एक पालक का शाला आकर देखने व बच्चों से पढ़ाई लिखाई पर चर्चा करने ,समय समय पर स्थानीय कामगारों को शाला में आमंत्रित कर अपने कार्यों के अनुभव को बच्चों से साझा करने, बच्चों को हर माहौल में पढ़ने को प्रेरित करने के लिए प्रिंटरीच वार्ड बनाया, विद्यालय में प्रिंटरिच वातावरण, पर्याप्त खेल सामग्री, कोरोना काल मे सुरक्षा के पर्याप्त प्रयास किया गया, बिजली, पानी मूलभूत की समुचित व्यवस्था, स्वयं की वेतन की राशि से स्मार्ट क्लास बनाया और स्मार्ट टीवी दान किया , सभी बच्चों के बैठक व्यवस्था टेबल ,बैच प्रदान किया गया।
संगीत शिक्षा के लिए वाद्ययंत्र ,स्वयं के वेतन से आर्थिक सहायता शाला विकास में ,स्वागत गेट निर्माण में आर्थिक सहायता प्रदान किया।
शिक्षक ने अपने छात्रों पर शिक्षण को प्रभावशाली बनाने के लिए नवाचार, विशेष प्रयोग किया है विस्तार से चर्चा
सभी बच्चों के बैठक व्यवस्था के लिये टेबल बैंच शिक्षक द्वारा स्वयं के व्यय से नवाचार,
वनांचल में तकनीकी शिक्षा,स्मार्ट टीवी से स्मार्ट शिक्षण स्वयं के वेतन से स्मार्ट टीवी क्रय कर(शाला विकास में दान)जिसमे सभी बच्चों को डिजिटल ऑनलाइन गणित, हिंदी,पर्यावरण, अँग्रेजी, खेलकूद,दीक्षा ऐप,संपर्क स्मार्ट कार्यशाला, विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी देना एक नवाचारी प्रयास किया जा रहा है,टी.एल.म.का निर्माण कर मजेदार शिक्षण गतिविधि, मै कौन हूँ बताओ गतिविधि,साथ ही बच्चों के लेखन कौशल को मनोरंजक बनाने के लिए शाला में हाथी, भालू,मछली श्यामपट्ट का निर्माण किया है जिसमे बच्चे खेल खेल में लिखते हैं इस श्यामपट्ट में लिखने में बच्चों को बहुत ही आनंद आता है,सभी बच्चों के द्वारा सामुहिक सुविचार नवाचार आभिवियक्ति कौशल,मोटरसाइकिल से बच्चों को शाला लाने व नदी पार कर घर छोड़ने वाले गुरूजी ,आकषर्क प्रिंटरिच निर्माण स्वयं के वेतन से ,बिग बुक निर्माण कार्य, पीएलसी,हरबेलियम फ़ाइल संग्रह शिक्षण नवाचार, आमाराईट प्रोजेक्ट,सभी बच्चों व शिक्षक का परिचय पत्र बनाया अनुशासन नवाचार स्वयं के व्यय से किया,कक्षा पांचवी मे प्रथम आने प्रतिभाशाली छात्र को प्रतिवर्ष शिक्षक द्वारा पांचसौ रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदान किया जाता हैं,शिक्षा की मुख्य धारा से विमुख हो चुके बच्चों को पुनः शिक्षा से जोड़ने के लिये अर्थिक सहयोग एवं प्रेरणा उच्च अधिकारी बनने की,शैक्षणिक भ्रमण नवाचार कला संस्कृति की पहचान के लिए पुरखौती मुकथांगन व वन्य प्राणी की रक्षा संदेश भिलाई मैत्री बाग, इस्पात कारखाना भ्रमण, ICTका उपयोग, टेक्नोलॉजी से परिचय, डिजिटल इंडिया के तहत लॅपटॉप से शिक्षण, बच्चों के द्वारा बचत बैंक जमा(गुल्लक)राशि,अंदर-बाहर खेल आदि नवाचार, साथ ही तीज त्योहार की जानकारी देने लिये स्थानीय त्योहार पर विविध कार्यक्रम शाला में आयोजित करते हैं।
अन्य कार्य
1. स्मार्ट टी.वी. से शिक्षण नवाचार । स्वयं के व्यय से स्मार्ट टी.वी दान
2. सभी बच्चों के बैठक व्यवस्था के लिए टेबल बैंच का निर्माण नवाचार (कबाड़ से जुगाड़)
3. मोटर सायकल से बच्चों को शाला तक लाना व नदी पार कर घर तक पहुचाने वाले गुरूजी ।
4. विद्यालय अनुशासन के लिए सभी बच्चों व शिक्षकों का परिचय पत्र बनाना नवाचार ।
5. नवोदय, एकलव्य, जवाहर उत्कर्ष व अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी अतिरिक्त समय में करना व छ.ग. सामान्य ज्ञान की जानकारी नवाचार । (पुस्तक प्रदाय करना नवोदय )
6. कबाड़ से जुगाड़ TLM निर्माण नवाचार ।(100 से अधिक शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार TLM निर्माण )
7. जादुई पिटारा निर्माण नवाचार ।
8. विद्यालय के 01 से 05 तक बच्चों के द्वारा सुविचार वाचन नवाचार (अभित्यक्ति कौशल विकास)
9. आमाराइट प्रोजेक्ट कार्य नवाचार (ग्रीष्माअवकाश कार्य)
10. बिग बुक निर्माण कार्य नवाचार (आस-पास की खोज)
11. PLC नवाचार (संकुल वि.खं. जिला PLC व राज्य)
12. अंगना म शिक्षा कार्यक्रम (माता उन्मुखीकरण) नवाचार
13. स्वच्छता सामग्री दान नवाचार (साबुन बैंक)
14. ड्रेस कोड नवाचार (सभी बच्चों के लिए स्वयं के व्यय से प्रदान किया गया )
15. प्रिंटरिच निर्माण नवाचार (स्वयं के व्यय से आकर्षक विद्यालय परिसर निर्माण व स्मार्ट क्लास )
16. स्वागत गेट निर्माण नवाचार । (भौतिक विकास से सहयोग स्वयं के व्यय से प्रवेश द्वारा)
17. निर्धन गरीब बच्चों को कापी, पेन स्टेश्नरी सामग्री बैग प्रदान करना नवाचार ।
18. शिक्षा की मुख्य धारा से विमुख हो गये बच्चों को पुनः मुख्यधारा में जोड़ने नवाचार (आर्थिक सहयोग ओपन परीक्षा उत्तीर्ण करने फार्म भरने, पुस्तक के लिए)
19. संगीत शिक्षा के लिए वाद्ययंत्र प्रदान कर सीखने के लिए प्रेरित करना नवाचार (स्वयं के व्यय से)
20. कक्षा पांचवी में प्रथम (प्रवीण्य) आने वाले छात्र को 500 रू. प्रतिवर्ष (आर्थिक) पुरस्कार राशि एवं 1 से 04 कक्षा स्टेशनरी सामग्री प्रदान कर प्रोत्साहन नवाचार ।
21. शाला सुरक्षा के लिए लकड़ी व कांटातार से बाउंड्रीवाल निर्माण नवाचार । (स्वयं के व्यय से भौतिक)
22. प्रतिदिवस प्रार्थना के साथ विद्यालय की शुरूवात नवाचार (प्रार्थना वाचन, वह शक्ति हमे दो दयानिधे मातृ-पितृ वंदना)
23. डिजिटल इंडिया ICT का उपयोग नवाचार (टेक्नोलाजी का उपयोग लैपटाप से शिक्षण)
24. बागवानी निर्माण में सहयोग नवाचार (वृक्षारोपन, बाटलपाम,इरिया पाम, व क्यारी निर्माण, किचन गार्डन)
25. हारबेलियम फाईल निर्माण नवाचार (पत्ती, जड़, स्थानीय पुरानात्विक वस्तुओं का संग्रह)
26. शैक्षणिक भ्रमण नवाचार (मैत्री बाग, पुरखौती मुक्तांगन)
27. शिक्षक गौरव अलंकरण से प्राप्त पुरस्कार राशि शाला विकास में समार्पित करना ।
28. बचत बैंक नवाचार (गुल्लक) बच्चों का बैंक
29. सामुदायिक सहभागिता नवाचार ।
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