सामुदायिक सहभागिता के लिए समर्पित शिक्षिका
श्रीमती चंदा सिन्हा
सहायक शिक्षक एल बी
शासकीय प्राथमिक शाला बीजागोड़
संकुल सुवरतला
विकासखंड साजा
जिला बेमेतरा
मोबाइल नंबर 9131741658
शा.प्रा.शाला बीजागोड़ में जब. मैंने नवम्बर 2019में ज्वाइन लिया तब विद्यालय आहाताविहीन,कक्षायें जर्जर,गडडेयुक्त,विद्यालय कच्ची और खपरैल वाला था।एक न्शिक्षक के भरोसे विद्यालय क्रियान्वित था।बच्चों की दर्ज संख्या भी कम थी।पढ़ाई न होने की वजह से पालक अपने बच्चों को प्राईवेट विद्यालयों एवं अन्य विद्यालयों में एडमिशन करा रहे थे।उपस्थिति भी काफी कम २हती थी।35 की दर्ज संख्या में कभी कभी 2 या 3 बच्चों की उपस्थिति २हती थी विद्यालय आहाताविहीन होने तथा पंचायत भवन,सोसायटी,विद्यालय एक ही कैम्पस में होने की वजह से सार्वजमिक स्थल एवं लोगों के आवाजाही का रास्ता बन गया था।एक समय ऐसा भी आया जब विद्यालय बंद होने की स्थिति बन गयी थी।
इस विकट परिस्थितियों में सरपंच महोदय और ग्रामीणजनों ने ग्राम में विद्यालय बंद न होने की गोहार ऊपर कार्यालय में लगाई।इन्हीं विषम परिस्थितियों में मेरा ज्वाईनिंग विद्यालय में हुआ।वास्तविक स्थिति से मन बहुत व्यथित हुआ और उसी दिन मैंने एक फैसला लिया कि पालकों के विश्वस को कभी टूटने न दूंगी और विद्यालय को एक सम्मानजनक स्थिति में लाने का पूरा प्रयास करूंगी।इसके लिए मैने बच्चों को अधिगम लक्ष्य प्राप्ति के लिए रवेल खेल में नवाचारों के माध्यम से पढ़ाना एवं वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में चंदा सिन्हा नन्हें कदम नाम से अपलोड़ करना शुरू किया,,ताकि मेरे विद्यालयीन बच्चों के साथ साथ समाज को भी इसका लाभ मिले।
इन नवाचारी गतिविधियों में बच्चों को धीरे धीरे मजा आने लगा वे विद्यालय और पढ़ाई से जुड़ने लगे तथा उनकी उपस्थिति भी बढ़ने लगी।धीरे धीरे हमने 36गढ़ी संस्कृति को आगे बढ़ाने हेतु तीज त्योहारों को विद्यालय में मनाना शुरू किया इससे समाज और बच्चे दोनों विद्यालय से जुड़ने लगे।इन नवाचारी गतिविधियों से प्रभावित होकर प्रिंट मीडिया ने भी अपने समाचार पत्रों में प्रमुखता से स्थान देना आरंभ किया।प्रधानपाठक सर एवं सहकर्मी साथियों का सहयोण सराहनीय २हा।सरपंच महोदय एवं शाला समिति के सदस्यों के सहयोग को भूलाया नहीं जा सकता जिन्होने जर्जर विद्यालय को पक्का सुविधायुक्त भवन बनवाया।गड्डेयुक्त कमरों में टाइल्स एवं प्रिंटरिच का नया लुक दिया।सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच निर्माण कराया शौचालयों का नवनिर्माण किया।चंदा सिन्हा 'नन्हें कदम' शैक्षणिक चैनल ने विद्यालय को सम्मानजनक स्थान दिलाया।
"उदिम"सीखने सिखाने का एक प्रयास नामक पुस्तक में राज्य के 33 जिलों के नवाचारी गतिविधियों के साथ इस विद्यालय की गतिविधियाँ भी शामिल की गई ।यह विद्यालय के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि हुई। वर्तमान में 63 विद्यार्थियों के साथ विद्यालय अपने सर्वसुविधायुक्त भवन में संचालित हो २हा है।
अपनी सफलता की कहानी में शुरूवात में कई विरोधों का सामना कर आज शिक्षा के क्षेत्र में कई सम्मान प्राप्त कर चुकी हूँ शून्य से लेकर शिखर तक के सफर में आज मेरा विद्यालय एक गौरवपूर्ण स्थान प्राप्त कर चुका है।
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