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 पढ़ाई हमर पारा टोली योजना


वैश्विक महामारी के काल में देश का समस्त स्कूल, कॉलेज ,आंगनवाड़ी पूरी तरह से बंद है जिसमें बच्चों का पढ़ाई बाधित हो रहा है और बच्चे बिना पढ़ाई के अपना सारा वक्त खेलकूद में लगा रहा है दिन प्रतिदिन बालकों का बच्चों के प्रति चिंता बढ़ रही है। इस समय छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पढ़ाई तू हर द्वार योजना शुभारंभ किया गया जिसमें बच्चों को शिक्षकों द्वारा विभिन्न नित नए प्रयोग द्वारा पढ़ाया जा रहा है लेकिन इस योजना का लाभ सभी बच्चे नहीं ले पा रहे हैं क्योंकि अधिकांश बच्चों के घर मोबाइल नहीं है और नहीं तो नेट है।

इसी तारतम्य में मैंने जांजगीर जिला में सर्वप्रथम बच्चों को पढ़ाने के लिए और उसे शिक्षा के मुख्यधारा से जुड़े रखने के लिए पढ़ाई हमर पारा टोली योजना का शुभारंभ 20जुलाई 2020 को किया इस योजना में सर्वप्रथम मैंने ग्राम कम रीद से प्रारंभ किया। पढ़ाई के दौरान बच्चों का सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जाता है इस क्लास में देखते ही देखते बच्चों की संख्या बढ़ते गया तो मैंने गांव के पढ़े-लिखे नवयुवक, नवयुवती  का सहारा लेकर इस योजना का विस्तार किया। उसके बाद मैंने इस योजना का 2 अगस्त 2020 को ग्राम सकरेली बा में विस्तार करना प्रारंभ किया वहां के बच्चों को पढ़ाने के लिए मैंने सामाजिक सहभागिता का सहारा लिया और शिक्षक मित्र नियुक्त किया यह शिक्षक मित्र बच्चों को गांव के हाट बाजार या अपने घर में पढ़ाना प्रारंभ किया।

प्रारंभ में हमें पारा टोला क्लास के संचालन में बहुत दिक्कत आया और इसे दूर करते हुए मैंने सामाजिक सहभागिता से क्लास का सफल संचालन किया आज का ग्राम सकरेली में चार जगह पर पारा टोला क्लास संचालित है जिसमें 90 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। ग्राम कमरी द में पांच जगहों पर पारा टोला क्लास संचालित है जिसमें 40 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। इस प्रकार दोनों जगहों में कूल 130 बच्चे कोरोना के इस वैश्विक दौर में शिक्षा के मुख्यधारा में जुड़ कर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

मेरे इस पारा टोला क्लास से प्रभावित होकर बहुत से शिक्षकों ने मुझे इस संबंध में कॉल करके पूछा और प्रेरित होकर अपने विद्यालय में पारा टोला क्लास का सफल संचालन कर रहे हैं आज इसी के कारण जांजगीर जिला में सर्वाधिक पारा टोला क्लास का संचालन किया जा रहा है।


निम्न शिक्षक मित्र इस कार्य में अपना योगदान दे रहे हैं

सकरेली में

कुमारी पूनम राज, कुमारी कमलेश्वरी राज, कुमारी नंदनी राठौर, सुनीता राठौर, हेमलता राठौर


कम री द में

कुमारी पुष्पा, कुमारी, श्वेता कुमारी कंचन ,सुमन कुमार, रामकृष्ण वैष्णव

पारा टोला क्लास का निरीक्षण निम्न अधिकारी कर्मचारी द्वारा किया गया और उनके कार्यों का सराहना किया तथा कोविड-19 के नियमों का पालन करने हेतु निर्देश दिया।

1 जिला धीश एवं जिला कलेक्टर माननीय श्री यशवंत कुमार जी

2 जिला पंचायत सीईओ माननीयश्री तीर्थ राज अग्रवाल जी

3 जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती मीता मुखर्जी शैक्षणिक जिला शक्ति

4 माननीय श्री सुभाष राज सिंह अनुभागीय अधिकारी शक्ति

5 माननीय विष्णु प्रसाद पैकरा नायब तहसीलदार बाराद्वार

6 माननीय श्री एलके पांडे जी डाइट जांजगीर

7 माननीय श्री प्रद्युमन शर्मा जी डाइट जांजगीर

8 माननीय केपी राठौर जी बी ईओ शक्ति

9 श्रीमती नीलिमा बड़गे, श्री शैलेश देवांगन सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी शक्ति

10 माननीय वेद प्रकाश दिवाकर जी संकुल प्रभारी सकरेली

11 माननीय सत्येंद्र प्रकाश चौहान शैक्षणिक समन्वयक सकरेली बा






नोट:- माननीय श्री आलोक कुमार शुक्ला जी शिक्षा सचिव छत्तीसगढ़ शासन का आगमन 6 सितंबर 2020 को ग्राम सकरेली बा के प्राथमिक शाला में होने वाला था लेकिन ज्यादा समय होने के कारण तथा रूटिंग चेंज होने के कारण उसका आगमन नहीं हो पाया।






पारा टोला क्लास में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने हेतु निम्न योजना पर कार्य किया गया


(A ) बच्चों को रचनात्मक कार्यों से शिक्षा

कागज ,मिट्टी, से रचनात्मक कार्य"

कागज रचना ज्ञान,को बाँटें  |

झूमर मेंढक खिलौना तितलियां ,नाच नचाता मोर||

बच्चों में कौशल का ,हुआ बहुत विकास|

भीषण संकट काल में, काम किया है खास|


     


।।कार्य का  विवरण ।।

सीखना सिखाना जब एक जुनून बन जाती है ,  तब कागज का एक टुकड़ा भी बहुत कुछ कह जाती है।


इस कोरोना महामारी के दौर में जब सभी स्कूल बन्द है ऐसे में बच्चो को पढ़ाना एक कठिन चुनौती का कार्य रहा है। ऐसे में क्या किया जाए इस सोच के साथ सर्वप्रथम घर पर ही शैक्षिक विडियो बनाकर बच्चो को भेजना पश्चात ऑनलाइन ,ऑफलाइन कक्षाएं प्रारंभ की गई तो देखा गया ज्यादा बच्चे रुचि नहीं ले रहे थे। तब मैंने देखा कि कुछ बच्चे गली सड़क में कागज से खिलौना बनाकर खेल रहे थे तभी मेरे मन में एक विकल्प आया और इस विप्पत्ति आपदा काल को अवसर में बदलने के लिए मैंने कुछ नया करने का सोचा । जिसमे खर्च कम हो और बहुत ही आकर्षक व रुचिकर के साथ साथ जीवन उपयोगी भी हो और अधिक से अधिक बच्चे नियमित रूप से जुड़े । इसलिए कोर्स के साथ मैंने रचनात्मक कार्य को शिक्षण में शामिल किया।

          इसके अन्तर्गत कागज से रचनात्मक कार्य जैसे झूमर, हवाई जहाज, पानी जहाज, मेंढ़क, तरह तरह के फूल, तितली , पतंग ,कार्टून्स ,लिफाफा, एवम् अन्य सजावट के सामान आदि बनाना  अपने शिक्षक मित्रो के मदद से सिखाया  और मिट्टी से मूर्ति निर्माण कला , नवरात्रि में थाली सजावट कार्यक्रम , मा दुर्गा का झाकी प्रस्तुतीकरण, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, गांधी जयंती पर स्वक्षता कार्यक्रम,महनदी प्रतियोगिता , बाल सभा का कार्यक्रम, इसका उद्देश्य कागज और मिट्टी  से रचनात्मक कार्य सीखने के साथ साथ उनका प्रयोग शिक्षण में सहायक शिक्षण सामग्री के साथ पाठ को रोचक बनाने, कहानी बोलने तथा दैनिक जीवन में  उनका उपयोग आदि बच्चो ने सीखा। इस नये कार्य का सबसे अच्छा फायदा  यह हुआ की बच्चो में रचनात्मक कौशल का विकास हुआ। जो बच्चे ऑफलाइन कक्षा पर ध्यान नहीं दे रहे थे वे भी नियमित रूप से ध्यान देने लगे एवं अपनी इच्छा से जुड़ने लगे। 

इस प्रकार कोरोना काल के पूर्व भी मेरे द्वारा इस तरह की नवाचारी गतिविधि किया जा रहा था , वर्तमान में और भविष्य में भी निरंतर प्रयास किया जाता रहेगा ।











2 यूट्यूब से राज्य के बच्चों को शिक्षा

      करुणा की इस विषम स्थिति में मैंने लगातार अप्रैल माह से यूट्यूब से बच्चों को शिक्षा देना प्रारंभ किया और आज कक्षा पांचवी से कक्षा दसवीं तक के गणित विषय पर बहुत सारे वीडियो का निर्माण कर यूट्यूब पर अपलोड किया जिससे बच्चे इसे देखकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

        यूट्यूब में डिजिटल सामग्री बनाने एवं सीजी स्कूल डॉट इन में अपलोड करने के कारण मुझे राज्य स्तरीय श्री आलोक कुमार शुक्ला जी के द्वारा सा सम्मान प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ तथा जांजगीर जिला से सर्वाधिक कंटेंट सीजी school.in में अपलोड करने के कारण नायक टीचर के रूप में चुना गया तथा मेरा वेब पोर्टल में ब्लॉग लिखा गया।

3 हमार मिस्ड कॉल गुरुजी

         बच्चों के शंका समाधान हेतु मैंने इस योजना को सर्वप्रथम जांजगीर जिला में सबसे पहले संचालित किया और बच्चों को गणित संबंधी शंका समाधान कक्षा पहली से कक्षा बारहवीं तक के कक्षाओं का करना प्रारंभ किया आज पर्यंत तक मैंने इस योजना में 1000 से अधिक बच्चों को लाभान्वित किया है।

समय सारणी:- सुबह 11:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक




4 गूगल फॉर्म से परीक्षा

बच्चों को विषय संबंधित आकलन करने के लिए मैंने गूगल फॉर्म का सहारा लिया और इसमें प्रश्न बनाकर बच्चों के पास भेजा जिससे बच्चे उसका उत्तर लिखकर सबमिट करते गए। अभी तक मेरे द्वारा गूगल फॉर्म से 15 सौ से अधिक बच्चे को ऑनलाइन क्वीज से लाभान्वित किया जा चुका है और ऑनलाइन पाटेकर कार्यक्रम में भी 400 से अधिक बच्चे राज्य स्तर के भाग लिए थे जिन्हें जिला शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षरित सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।

5 ऑनलाइन क्लास

कोरोना के इस वैश्विक महामारी में जहां ई स्कूल कॉलेज आंगनबाड़ी अन्य शैक्षणिक संस्था बंद है तो छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पढ़ाई तू हार द्वार योजना का शुभारंभ किया गया और शिक्षकों को ऑनलाइन क्लास लेने हेतु प्रेरित किया गया।

इसी तारतम्य में मैंने अप्रैल माह से आज पर्यंत तक 193 से भी अधिक क्लास का संचालन कर चुका हूं जिसमें 3000 से भी अधिक बच्चे लाभान्वित हो चुके हैं।



ऑनलाइन क्लास मैं बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए और बच्चों को नियमित रूप से ऑनलाइन क्लास में शामिल करने के लिए निम्न गतिविधि कराया गया



1 बच्चों ने दिखाई प्रतिभा

अभिनव शिक्षण समूह की अनोखी पहल , जिसने पढ़ाई के साथ - साथ बच्चों की प्रतिभा को निखारने का सरल और सहज मार्ग ढूंढ निकाला है।

      जैसा कि सबको ज्ञात है कि  कोरोना संक्रमण के कारण पढ़ाई - लिखाई बुरी तरह से प्रभावित हुई है , पालकों के मन में  पढ़ाई और अपने बच्चों के भविष्य की   चिंता साफ नजर आ रही है।

 इस विकट परिस्थिति में आशा की किरण लेकर आया है  ,

अभिनव शिक्षण समूह द्वारा आयोजित  राज्यस्तरीय पाठ्येतर  प्रतियोगिता।

     छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना पढ़ाई तुहर दुवार अन्तर्गत "अभिनव शिक्षण समूह " द्वारा  बच्चों की छुपी प्रतिभा को निखारने तथा उन्हें शिक्षा से जोड़े रखने के लिए ऑनलाईन वर्चुअल माध्यम से राज्यस्तरीय पाठ्येतर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों रायपुर ,बिलासपुर,दुर्ग ,कांकेर ,बस्तर , राजनांदगांव,कोरबा,बालोद, जांजगीर - चांपा आदि जिलों से लगभग 700 बच्चों ने प्रतिभागी बनकर ऑनलाईन अपनी प्रतिभा और कला का वीडियो और तस्वीरें प्रेषित किया जो कि अत्यंत ही सराहनीय प्रयास कहा जा सकता है,और हमे इस ओर इंगित करते हैं कि विद्यालय के पट भले ही बंद हो लेकिन बच्चों में सीखने की क्षमता कम नहीं होता।      


                         

  हमारे बच्चों की इसी कार्य कुशलता का लाइव प्रसारण  यू ट्यूब चैनल पर दिनांक 11/11/2020/ को  समय 2 बजे किया गया ,जिसमें  नवाचारी शिक्षक श्री शैल कुमार पाण्डेय जी,नवाचारी शिक्षक श्री पुष्पेंद्र कौशिक जी , श्री सत्येन्द्र चौहान जी ,श्री जे. पी. साहू जी ,श्री यू . आर.साहू जी, श्री राजेन्द्र कुमार राठौर जी , श्रीमती सीमा राठौर जी ,श्रीमती अंजनाखेस जी, श्रीमती अंजना देवांगन जी,श्री प्रदीप कुमार पंकज जी ,श्री सतीश राठौर जी ,श्री गौतम माहेश्वरी जी के साथ - साथ 400 से भी ज्यादा लोगों ने एक साथ पार्टिसिपेट किया । उन सभी प्रतिभागी बच्चों और पार्टिसिपेंट का हमारा अभिनव शिक्षण समूह अभिनन्दन करता है।

    इस भव्य प्रतियोगिता का शुभारंभ        

 मुख्य अतिथि -

 - श्रीमती मीता मुखर्जी , जिला शिक्षा अधिकारी शैक्षणिक जिला सक्ती।

-विशिष्ट अतिथि -

- श्री एलके पांडे जी, जिला नोडल अधिकारी पढ़ाई तुहर दुआर 

- विशिष्ट अतिथि-

- श्री प्रद्युमन शर्मा जी, जिला एडमिन पढ़ाई तुहर दुआर।

- अतिथि-

- श्रीमती नीलिमा बड़गे जी 

ब्लॉक नोडल अधिकारी 

- अतिथि – 

- श्री सुरेश जायसवाल जी 

जिला मीडिया प्रभारी 

की गरिमामय उपस्थिति में सम्पन्न हुआ । 

2 ऑनलाइन फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता

बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने का अनूठा प्रयास*

यह कर दिखाया है शास. प्राथ. वि. सकरेली बा. एवम शास.पूर्व माध्य . वि. सकरेली बा.के शिक्षक/शिक्षिकाओं तथा शिक्षा मित्रों ने।

आज जब पुरी दुनिया भयंकर महामारी कोरोना से पीड़ित हैं और समूचा मानव सभ्यता इसकी त्रासदी को भुगत रहा है,देश की आर्थिक, सामाजिक ,राजनीतिक व्यवस्था चरमरा गई है और काफी लंबे अंतराल से स्कूल - कालेज बंद हो गए है।

ऎसी विषम परिस्थिति में भी छात्र हित को ध्यान में रखते हुए बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के साथ - साथ उनमें चहुंमुखी विकास के लिए ऑनलाईन वर्चुअल क्लास के माध्यम से फैंसी ड्रेस कार्यक्रम का आयोजन 25/10/2020 को किया गया 

कार्यक्रम के प्रति बच्चों में जिस प्रकार से उत्साह रहा, पालकों तथा ग्रामवासियों में भी खासा उत्साह और चर्चा का विषय बना हुआ है, कि शिक्षकों का यह कदम वास्तव में अत्यंत ही सराहनीय और प्रशंसनीय हैं।



 उनका कहना है कि इस भयंकर त्रासदी में भी हमारे बच्चों के प्रति शिक्षकों की जवाबदेही उनके गुरु होने की कसौटी को पूरा करता है।

कार्यक्रम में बच्चों द्वारा मनमोहक अंदाज में मां लक्ष्मी, मां सरस्वती , मां दुर्गा , छत्तीसगढ़ महतारी , मां पार्वती,शंकर जी, कोरोना राक्षस, डॉक्टर,अध्यापक,देश की प्रथम महिला पुलिस अफसर किरण बेदी जी, संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ.भीम राव अंबेडकर ,प्राचीन काल में ऋषि मुनियों के अध्यापन व्यवस्था आदि की प्रस्तुति की गई। इस कार्यक्रम के आयोजक श्री पुष्पेंद्र कुमार कश्यप (शिक्षक),शास.प्राथ. वि. सकरेली बा.,श्री वेद प्रकाश दिवाकर( संस्था प्रभारी) ,श्री उसत राम साहू (शिक्षक),श्री  प्रदीप कुमार पंकज (शिक्षक)शास.पूर्व माध्य. वि. सकरेली बा.,शिक्षा मित्र - सुश्री पूनम राज, कमलेश्वरी राज एवम् नंदनी राठौर ने अपना महत्वपूर्ण भूमिका रहा ।




3 राष्ट्रीय वेबीनार का कार्यक्रम

कोरोना से बचने के के लिए

नवाचारी शिक्षक समूह द्वारा

राष्ट्रीय वेबीनार यूंट्यूब पर

लाइव आयोजन  किया गया

 आज दिनांक 31 अक्टूबर 2020 को हमारे नवाचारी गतिविधि समूह द्वारा कोरोना से कैसे बचे इस पर राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन यूट्यूब के द्वारा लाइव  किया गया आज के इस कार्यक्रम का प्रारंभ श्री पुष्पेंद्र कुमार कश्यप शासकीय प्राथमिक शाला सकरेली बा के उद्बोधन से प्रारंभ हुआ और बच्चों को इस कोरोना का डेली लाइफ में प्रभाव, स्कूल पर प्रभाव ,समाज पर प्रभाव, अर्थव्यवस्था में प्रभाव, तथा इससे शिक्षा पर प्रभाव पर प्रकाश डाला उसके उपरांत श्रीमती मीरा देवांगन प्राथमिक शाला मसनिया खुर्द के द्वारा बच्चों को कोरोना से कैसे बचे घर से निकलने पर क्या क्या करना चाहिए मास्क क्यों पहनना चाहिए हमें सैनिटाइजर का उपयोग क्यों करना चाहिए साबुन से हाथ क्यों धोना चाहिए और द रोजाना गर्म पानी क्यों पीना चाहिए इस पर चर्चा कर बच्चों को विस्तृत जानकारी दिया गया फिर मीरा देवांगन जी द्वारा कोरोनावायरस पर एक गीत गाया गया उसके उपरांत बच्चों को कोरोनावायरससे ने लड़ने के लिए शपथ दिलवाया गया।

इस कार्यक्रम के अंत में राम सैनी द्वारा कोरोनावायरस ने के उपाय के बारे में चर्चा किया गया।

आज के इस कार्यक्रम में कूल 275बच्चे, शिक्षक, शिक्षिकाएं ,अन्य प्रबुद्ध नागरिक गण जुड़कर कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान किया। 

4 गांधी जयंती  ऑनलाइन वर्चुअल माध्यम से मनाया गया 


   2 अक्टूबर गांधी जयंती के उपलक्ष्य में शास.पूर्व माध्य. वि. टेमर ,शास. प्राथ. एवम् पूर्व माध्य वि. सकरेली (बा.)द्वारा वर्चुवल क्लास के माध्यम से गांधी जयंती एवं वृद्घ जन दिवस का आयोजन किया गया।इस अवसर पर गांधी जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर  सोशल डिस्टेंसिंग  के साथ ऑनलाईनवृद्धजनों का सम्मान किया गया तत्पश्चात ऑनलाइन उपस्थित छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रकार के स्वच्छता पर आधारित बनाए गए चित्रों का प्रदर्शन किया गया साथ ही गीत कविता एवं बापू के जीवन से संबंधित रोचक तथ्य प्रस्तुत किए गए । कार्यक्रम की इसी कड़ी में बच्चों द्वारा गली मोहल्ला की सफाई करते हुए वीडियो क्लिप के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया गया साथ ही वृक्षारोपण करते हुए पर्यावरण सुरक्षित रखने का संदेश दिया गया। इसी बीच श्री विजय कुमार दिवाकर, शिक्षक शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय टेमर, द्वारा सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने हेतु वक्तव्य दिए गए और वर्चुअल क्लास के माध्यम से प्रतिज्ञा कराए गए अंत में प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कार स्वरूप पेन और कॉपी वितरित किए गए। कार्यक्रम का संचालन श्री विजय कुमार दिवाकर (शिक्षक), श्री पुष्पेंद्र कुमार कश्यप (शिक्षक), श्रीमती सुनीता राठौर (शिक्षिका), वेद प्रकाश दिवाकर (शिक्षक),  श्री उसत राम साहू (शिक्षक)कुमारी पूनम राज, कमलेश्वरी राज के द्वारा किया गया|



 इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्री प्रद्युम शर्मा एवम् श्री एल. के.पांडे डाइट जांजगीर ,श्री राघवेंद्र प्रताप सिंह राठौर,  श्री सत्येंद्र चौहान शैक्षिक समन्वयक सकरेली बा,श्री राजेंद्र कुमार राठौर, श्री जगदीश प्रसाद साहू, श्री अभिषेक सोनी, श्रीमती सीमा राठौर, गायत्री साहू, श्री प्रदीप कुमार पंकज, श्री साध राम साहू आदी की उपस्थिति गरिमामई रही।

4 गांधी जयंती  ऑनलाइन वर्चुअल माध्यम से मनाया गया

   2 अक्टूबर गांधी जयंती के उपलक्ष्य में शास.पूर्व माध्य. वि. टेमर ,शास. प्राथ. एवम् पूर्व माध्य वि. सकरेली (बा.)द्वारा वर्चुवल क्लास के माध्यम से गांधी जयंती एवं वृद्घ जन दिवस का आयोजन किया गया।इस अवसर पर गांधी जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर  सोशल डिस्टेंसिंग  के साथ ऑनलाईनवृद्धजनों का सम्मान किया गया तत्पश्चात ऑनलाइन उपस्थित छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रकार के स्वच्छता पर आधारित बनाए गए चित्रों का प्रदर्शन किया गया साथ ही गीत कविता एवं बापू के जीवन से संबंधित रोचक तथ्य प्रस्तुत किए गए । कार्यक्रम की इसी कड़ी में बच्चों द्वारा गली मोहल्ला की सफाई करते हुए वीडियो क्लिप के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया गया साथ ही वृक्षारोपण करते हुए पर्यावरण सुरक्षित रखने का संदेश दिया गया। इसी बीच श्री विजय कुमार दिवाकर, शिक्षक शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय टेमर, द्वारा सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने हेतु वक्तव्य दिए गए और वर्चुअल क्लास के माध्यम से प्रतिज्ञा कराए गए अंत में प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कार स्वरूप पेन और कॉपी वितरित किए गए। कार्यक्रम का संचालन श्री विजय कुमार दिवाकर (शिक्षक), श्री पुष्पेंद्र कुमार कश्यप (शिक्षक), श्रीमती सुनीता राठौर (शिक्षिका), वेद प्रकाश दिवाकर (शिक्षक),  श्री उसत राम साहू (शिक्षक)कुमारी पूनम राज, कमलेश्वरी राज के द्वारा किया गया|

 इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्री प्रद्युम शर्मा एवम् श्री एल. के.पांडे डाइट जांजगीर ,श्री राघवेंद्र प्रताप सिंह राठौर,  श्री सत्येंद्र चौहान शैक्षिक समन्वयक सकरेली बा,श्री राजेंद्र कुमार राठौर, श्री जगदीश प्रसाद साहू, श्री अभिषेक सोनी, श्रीमती सीमा राठौर, गायत्री साहू, श्री प्रदीप कुमार पंकज, श्री साध राम साहू आदी की उपस्थिति गरिमामई रही।







5 ऑनलाइन वार्षिक उत्सव कार्यक्रम







6 छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर विशेष कार्यक्रम

कोरोना की इस संकटकाल में जहां स्कूल कॉलेज आंगनबाड़ी पूरी तरह से बंद है और दूर-दूर तक इसके खुलने की कोई अंदेशा नहीं है तो इस दरमियान में हमारे शिक्षक मित्र एक नायक की भूमिका निभाते हुए बच्चों को नित नए प्रयोग करते हुए शिक्षा दीक्षा देने का कार्य कर रहे हैं आज छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर इन नायक शिक्षकों द्वारा विशेष कार्यक्रम किया गया।

आज 1 नवंबर 2020 को आफ लाइन क्लास में छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर विशेष कक्षा का आयोजन किया गया सभी बच्चों को छत्तीसगढ़ के सामान्य ज्ञान पर चर्चा किया गया सभी बच्चे बड़े उत्साह के साथ आज के क्लास में भाग लिए और कुछ बच्चों द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी, छत्तीसगढ़ के किसान, के झांकी की प्रस्तुति किया गया ।

आज के इस कार्यक्रम में बच्चों को द्वारा मनमोहक प्रस्तुति किया गया जिसे देखकर अन्य बच्चे अति उत्साह के साथ इस कक्षा का आनंद लिए। आज के इस क्लास में बच्चों को छत्तीसगढ़ के सामान्य ज्ञान की जानकारी दिया गया आज बच्चों के द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी के वेशभूषा धारण कर उसके महत्व को बताया।




इस कार्यक्रम में बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के सामान्य ज्ञान के बारे में प्रश्नोत्तरी ज्ञान कराया गया और बच्चे शिक्षक के साथ-साथ उन प्रश्नों का उत्तर दोहराते गए और बाद में पुनः प्रश्न पूछने पर बच्चों द्वारा सराहनीय उत्तर दिया गया।

6 खेल खेल में विज्ञान

चलो कुछ ऐसा करते हैं जो विद्यार्थी को सोचने पर मजबूर कर दे कि क्यों क्या कैसे प्रश्नों के वे जन्म दे और कारण जाने की कोशिश करें पहले देखें फिर स्वयं करके सीखें तथा विज्ञान के प्रति लगाव उत्पन्न करें इसी कड़ी में मैंने 15 अगस्त 2020 को खेल खेल में विज्ञान योजना का शुभारंभ किया धीरे धीरे बच्चों की संख्या बढ़ने लगी अलग-अलग जिलों से बच्चे इस कार्यक्रम में जुड़ने लगे तथा ऑनलाइन विज्ञान का प्रदर्शन उचित मार्गदर्शन से करने लगे अब तक इसके माध्यम से 160 से भी अधिक विज्ञान का प्रयोग किया जा चुका है इससे इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को ऐसा मंच प्रदान किया जा रहा है जिससे उसके अंदर के वैज्ञानिक को अपनी प्रतिभा उभारने का अवसर प्रदान हो रहा है। यह कार्यक्रम का आयोजन प्रत्येक शनिवार को समय दोपहर 2:00 बजे किया जाता है, इस कार्यक्रम के माध्यम से कक्षा पहली के कई विद्यार्थियों ने भी अपना प्रयोग दिखा कर सबके मन में जगह बना ली,इस कार्यक्रम में अब तक जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती नीता मुखर्जी नोडल अधिकारी एवं जिला मीडिया अधिकारी श्री सुरेश कुमार जयसवाल जी डाइट से श्री एलके पांडे सर जी जिला नोडल अधिकारी पढ़ाई तू हर द्वार, श्री प्रद्युमन शर्मा जी जिला नोडल जांजगीर चांपा, सहित कई लोगों का आगमन तथा समर्थन प्राप्त हुआ है इस कार्यक्रम को पढ़ाई तू हर द्वार में भी स्थान प्राप्त हो चुका है।


पढ़ाई टूहर द्वार के वेब पोर्टल में 

नायक रूप में स्थान

  जैसा की विदित है की मैंने ऑनलाइन क्लास का नियमित रूप से संचालन करते हुए 2226 यूट्यूब वीडियो सीजी स्कूल डॉट इन में अपलोड किया था जिसके कारण मुझे नायक के रूप में सम्मानित किया गया और मेरा वेबपोर्टल   में ब्लॉक लिखा गया ।

उसी प्रकार मैंने आप लाइन क्लास का संचालन करते हुए मेरे  शिक्षक मित्र पुष्पा और सकरेली का शिक्षक मित्र पूनम राज ने भी  वेब पोर्टल cg school.in में भी नायक के रूप में चयनित हुए।


जो मेरे और मेरे विद्यालय के लिए बहुत ही गौरव की बात है।










ऑनलाइन दृष्टि बाधित बच्चो का ऑनलाइन प्रश्नों उत्तरी मंच का आयोजन में मेरा सहयोग


सक्ती- पूरा देश इस समय कोविड-19 के चक्र में फंसा हुआ है सभी शैक्षिक संस्थाएं पूरी तरह से बंद है लेकिन फिर भी शिक्षकों के जज्बे के कारण आज विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन कार्यक्रम बच्चों के लिए कराए जा रहे हैं,उसी तारतम्य में 12 दिसम्बर को विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर दृष्टिबाधित विकास संघ द्वारा ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया,प्रतियोगिता में प्रथम स्थान शुभम तिवारी, द्वितीय स्थान उमेंद्र कुशवाहा, तृतीय स्थान कौशल्या यादव रहे,दृष्टिबाधित विकास संघ छत्तीसगढ़ के द्वारा जूम एप्स के माध्यम से ऑनलाइन कार्यक्रम कराया गया, जिसका प्रसारण यूट्यूब एवं फेसबुक पर भी किया इस कार्यक्रम का सुचारू रूप से आयोजन पूर्ण रूप से दृष्टिहीनो द्वारा किया गया, इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संघ के अध्यक्ष वेंकटेश्वर राव रहे, कार्यक्रम का संचालन संघ के सचिव राजेंद्र कुमार बेहरा,प्रश्नकर्ता जागेश्वर वर्मा,स्कोरर पुष्पेंद्र कश्यप, तकनीकी सहयोग मुकेश जैन द्वारा किया गया,साथ ही संघ के अवतार गुप्प्ता, पवन पटेल, धनु लाल देवांगन, शिवनंदन साहू, भूपेंद्र ढीमर,ईश्वर साहू एवं छत्तीसगढ़ के कई जिलों के दृष्टिबाधित प्रतिभागी गण रहे,दृष्टिबाधित विकास संघ छत्तीसगढ़ इस प्रकार का कार्यक्रम लगातार करवाती आ रही है लेकिन इस बार कोविड-19 के कारण आफ लाइन कार्यक्रम ना होकर यह एक ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से करवाया गया जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों के बच्चे जुड़े थे, और आयोजकों द्वारा स्थानीय छत्तीसगढ़,राष्टीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान और खेल जगत के प्रश्न पूछे गए और बच्चो द्वारा प्रश्नों का जवाब देते गए अंत में सभी बच्चों का स्कोरिंग किया गया, और जिस का सर्वाधिक अंक था उसे विजेता घोषित किया गया यह कार्यक्रम पूरे केबीसी के तर्ज पर करवाया गया प्रत्येक प्रश्न पर 22 सेकंड का उत्तर देने का समय रखा गया था,कार्यक्रम के अंत में विजय बच्चो का पुरस्कार राशि उनके खाते में ट्रांसफर कर दिया गया, राज्य सस्तरीय दृष्टिबाधित बच्चो का ऑनलाइन प्रश्न मंच के आयोजन पर लोगो मे उत्साह रहा




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