Header AD

Ticker

6/recent/ticker-posts

संज्ञा

                          संज्ञा




 परिभाषा:- किसी व्यक्ति ,वस्तु,स्थान,भाव एवं अवस्था के नाम का बोध कराने वाले शब्द को संज्ञा कहते हैं।


जैसे -1.रामचरितमानस के रचना तुलसीदास जी ने की थी।

2.कक्षा के सभी विद्यार्थी झूंड बनाकर खड़े थे।

3. वेदों को पवित्र ग्रंथ माना जाता है।


 संज्ञा के पांच भेद होते हैं -


(1) व्यक्तिवाचक संज्ञा

(2)  जातिवाचक संज्ञा

(3) भाव वाचक संज्ञा

(4). द्रव्यवाचक संज्ञा

(5 ) समूहवाचक संज्ञा


(1)    व्यक्तिवाचक संज्ञा;-      वे संज्ञा शब्द जो किसी विशेष व्यक्ति ,वस्तु अथवा स्थान के नाम का बोध  कराते हैं,उन्हें व्यक्तिवाचक संज्ञा  कहा जाता है ।

जैसे- 1. यमुना के तट पर कृष्ण बाल लीला करते थे।

2. एवरेस्ट नेपाल की सीमा में है।

3. ताजमहल आगरा में है।

 4. हिमालय भारत का गौरव है।

 5. चेतक महाराणा प्रताप का घोड़ा था।

6. कल्पना चावला भी कोलंबिया में ही रहती थी।


(2)    जातिवाचक संज्ञा:-    वे संज्ञा शब्द जो किसी जाति का बोध कराते हैं, उन्हें जातिवाचक संज्ञा कहा जाता है


 जैसे- 1. आज का  युवक कल का नेता है।

2.राजा ने कवि का सम्मान किया।

3. नदी, पर्वतों से निकल कर सागर में मिल जाती है।

4. शेर,भेड़ और भैंस की भाँति झुंड  में नहीं रहता।

 5. नारी की दशा से देश का दृष्टिकोण ज्ञात होता है।

6. नगर और वाटिका को वानरों ने उजाड़  दिया।


(3)  भाववाचक संज्ञा ;-वे संज्ञा शब्द जो किसी अवस्था अथवा भाव का बोध कराते हैं, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहलाते हैं।


जैसे:- 1. बचपन में गांधीजी बड़े शर्मीले  बालक थे।

2. सैनिकों ने देश पर अपना सर्वस्व  लुटा दिया।

3. मेरे घर के चबूतरे की लंबाई और चौड़ाई बराबर है।

4. क्रोध मनुष्य का शत्रु है।

5. उगते सूरज की लालिमा हमें उत्साह देती है।


 


(1)  द्रव्यवाचक संज्ञा    ;-  वे शब्द जो किसी  द्रव्य अथवा पदार्थ का बोध कराते हैं, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहा जाता है।


जैसे- 1.सोना सबसे कीमती धातु है।

2. दक्षिण भारत में सर्वाधिक चावल खाया जाता है।

3. यह वही देश है जहां दूध की नदियां बहती थीं।

4.राजस्थान में बाजरा प्रमुख फसल है।

5. आज की जीवन शैली में घी किसे पचता है। 

6. ऊन का स्वेटर गरम होता है।

7. रूई की रजाई का मुकाबला कंबल नहीं कर सकता।


(2)     समूहवाचक संज्ञा;-   वे शब्द जो किसी समूह का बोध कराते हैं, उन्हें समूहवाचक संज्ञा कहा जाता है।


जैसे- 1. पुलिस का डर चोर को सताता है।

2. भीड़ में तो अधिक सजग रहना चाहिए।

3. मेरा परिवार ही मेरा संसार है।

 4. झुंड में चलना भेड़ का काम है।

5. सेना में सदैव सीमा को सुरक्षित रखता है।

6. सुबह तक काफिला पहुंच जाएगा।

7. एक गुच्छा शेष है।



                     कंचन धिरही

                बी .एस .सी (फाइनल) गणित


Post a Comment

0 Comments