उत्कृष्ट कार्यो से बच्चो को स्कूल के मुख्य धारा से जोड़ने वाले शिक्षक
कृष्णपाल राणा
राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कंदाड़ी विकासखण्ड कोयलीबेड़ा जिला उत्तर बस्तर कांकेर छत्तीसगढ़
मोबाइल 9424295835,6263687399
कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के सूदूर अंचलों में शिक्षा का अलख निरंजन जगाने वाले शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कंदाड़ी में कार्यरत शिक्षक कृष्णपाल राणा ने शिक्षा जगत में सन् 2003 से सेवा देना शुरू किया। अबुझमाड़ के तलहटी क्षेत्रों से लेकर पुरे विकासखण्ड में बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ते हुए उनके पालकों जनप्रतिनिधियों को भी शिक्षा, स्वास्थ्य रोजगार, स्वरोजगार, कैरियर मार्गदर्शन, शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं आदि को क्रियान्वित करने निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इनके द्वारा सन् 2008 से ही कबाड़ से जुगाड़, विषय आधारित विभिन्न शैक्षणिक शिक्षण सहायक सामग्री निर्माण, मास्टर ट्रेनर्स के साथ ही शिक्षा में विभिन्न नवाचार किया जा रहा है। कोरोना काल में पुरे देश में स्कूल, कालेज बंद हुआ और ऐसे समय कोयलीबेड़ा के 80 प्रतिशत क्षेत्र में न तो नेटवर्क था और न ही किसी के पास एंड्रॉयड मोबाइल था उस समय बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़े रहने छत्तीसगढ़ में सर्वप्रथम आफलाइन मोहल्ला क्लास उफनती नदी में लकड़ी के डोंगी से पार कर शुरुआत कि गई। कोरोना के द्वीतिय लहर के दौरान भी सभी घरों में प्रींट रीच वातावरण निर्माण कर वनोपज संग्रह करते बच्चों एवं पालकों को उनके खेतों, वनों, महुआ तेंदू ईमली आदि पेड़ों पर भी शिक्षा सहायक सामग्री के साथ शिक्षा उपलब्ध कराया गया। इनके द्वारा स्थानीय भाषा गोंडी, हल्बी, छत्तीसगढ़ी, बंग्ला, हिंदी भाषा का अच्छी जानकारी होने के कारण बच्चों एवं पालकों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों से अच्छा तालमेल है।इन्हें इनकी इस उपलब्धि पर स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन से प्रशस्ती पत्र एवं विभिन्न सम्मान से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण ज्ञानदीप पुरस्कार, राज्यपाल पुरस्कार एवं ब्लॉक, जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न सम्मान से नवाजा गया है। कृष्णपाल राणा के द्वारा बस्तर संभाग में पिछड़े हुए लोगों के साथ ही सभी युवा युवतियों को रोजगार स्वरोजगार कैरियर मार्गदर्शन शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने, आधुनिक कृषि, कौशल विकास प्रतियोगी परीक्षा आदि के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर मार्गदर्शन किया जा रहा है। एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित हल्बी प्रवेशिका नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पाठ्य पुस्तक बनाया गया है। साहित्य के क्षेत्र में राज्य, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 20 से अधिक कृर्ति प्रकाशित हो चुकी है। समाज सेवा में विभिन्न कुप्रथा को समाप्त कर पुरे समाज की सर्वांगीण विकास के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। स्कूलों, कालेज, शासकीय प्रायोजित के साथ ही किसानों के लिए 800 से अधिक बोर खनन के लिए निशुल्क पानी चेक इनके द्वारा किया गया है। कृष्णपाल राणा को साहित्य एवं समाज सेवा के लिए भी ब्लाक, जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर 80 से अधिक संस्थान द्वारा सम्मानित किया गया है। राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न सेमिनार, साहित्य महोत्सव पर शोध पत्र का प्रदर्शन और इनके शोध पत्र प्रकाशित हो चुकी है। सन् 2008 से वर्तमान तक हर शासकीय कार्यक्रम में एवं मुख्यमंत्री और सभी जनप्रतिनिधियों के कार्यक्रम में कृष्णपाल राणा के द्वारा ही मंच का सफल संचालन किया जा रहा है। इनके द्वारा विदेश भ्रमण की किया जा चुका है। छत्तीसगढ़ के लोक संस्कृति का संरक्षण करने साहित्य लेखन के साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है इनके द्वारा छत्तीसगढ़ के लोक संस्कृति का प्रदर्शन दिल्ली, राजस्थान, उड़ीसा, असम में किया गया है। विभिन्न समाचार पत्रों, पत्र-पत्रिकाओं मैगजीन में लोक संस्कृति की साहित्य प्रकाशित हो चुकी है। वर्तमान में अपने स्कूल कक्ष को पाठ्यक्रम से संबंधित सभी विषयों का आकर्षक चित्रों का समावेश कर प्रींट रीच का निर्माण किया गया है जिसे अवलोकन करने विकासखण्ड के सभी शिक्षक, पालक अधिकारी कर्मचारी आते हैं। पालकों एवं माताओं के लिए खेल कूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिससे बच्चों की उपस्थिति बढ़ गई है।
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