एक ऐसा शिक्षक जो अपने नवाचारों से विद्यालय की तस्वीर में परिवर्तन कर दिया
सफलता की कहानी
स्वच्छ हैं सुन्दर है मेरी अपनी पाठशाला सुल्ताननार ।।
समय पर शिक्षक स्कुल आने
योग प्रार्थना खेल सीखाते ।।
सबके नेक विचार
मेरी अपनी पाठशाला सुल्ताननार
ड्रेस में बच्चे स्कुलआते
टाई बैल्ट लगाकर ।।
सारे बच्चे खुश हो जाते
मध्याहन भोजन खाकर ।।
खेल खेल में शिक्षा पाते
बाँटे झान साकार ।।
मेरी अपनी पाठशाला सुल्ताननार
स्वच्छ शौचालय शुद्ध पेयजल
रंग बिरंगी फुलवारी ।
कीचन गार्डन मनमोहक हैं
लगी है मेथी धनियां भाजी ।।
शाला प्रबंधन की निगरानी
करते सहयोग अपार
मेरी अपनी पाठशाला सुल्ताननार
गीत संगीता बाल मेला
पिकनिक सैर कराते ।
नवाचारी गतिविधियों से
बच्चे कोखुब हंसाते ।
शिक्षा के लिए हर बच्चों को
देते हैं पुरस्कार ।।
मेरी अपनी पाठशाला सुल्ताननार
रचना अशवनी कुमार उइके
सहायक शिक्षक
शाला सुल्ताननार
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