Header AD

Ticker

6/recent/ticker-posts

राष्ट्रीय प्रतिभा छात्रवृत्ति परीक्षा में सर्वाधिक चयन कराने वाली शिक्षिका

राष्ट्रीय प्रतिभा छात्रवृत्ति परीक्षा में सर्वाधिक चयन कराने वाली शिक्षिका


                                 विजय लक्ष्मी राव 

                             पद नाम _प्रधान पाठक

             शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला अंडा दुर्ग छत्तीसगढ

मैने अपने 37 वर्ष  के शिक्षकीय जीवन में यह अनुभव किया कि बच्चों में इतनी झिझक होती है कि वे स्वतंत्र रुप से शिक्षकों से बातें शेयर नहीं कर पाते । मैं अपनी शाला के कक्षा आठवीं के विद्यार्थियो  को प्रतियोगी परीक्षा (NMMSE और जवाहर नवोदय) में भाग लेने केलिए हमेशा मार्गदर्शन देकर बच्चों को प्रेरित करती थी।लेकिन बच्चे हमेशा इन परीक्षाओं से दूर भागते थे। बच्चें यही कहते थे कि हम परीक्षा नहीं देंगे। हमको कुछ भी समझ में नहीं आता । यह मेरे लिए ऐसा क्षण था कि मैं कुछ नवाचार आईडिया सोच सकूं। इन बच्चों का NMMSE का फॉर्म भरी और बच्चों के पालकों से संपर्क की। मैने बच्चों के विचार जानने हेतु  उनके मन को टटोला, उनकी समस्या सुनी और समस्याओं के समाधान हेतु बच्चों को अपने करीब लाने का प्रयास की।  चूंकि बच्चों के पालकों की  आर्थिक स्थिति  कमजोर थी।बच्चों ने कहा कि हम इस परीक्षा के लिए इतनी महंगी पुस्तकें नहीं खरीद सकते। मैने कहा कि ठीक है। मैं आप सब की मदद  करूंगी। जितने भी बच्चें  इस परीक्षा में भाग लेंगे ।उन सभी बच्चों को स्वयं के व्यय पर पुस्तकें उपलब्ध   कराऊंगी। जैसे _तैसे बच्चे  परीक्षा में भाग लेने के लिए तैयार हुए।  मेरे द्वारा NMMSE की तैयारी हेतु शाला समय से एक घंटा पहले अतिरिक्त कक्षा ली गई । जिसमें  बच्चों को विभिन्न विषयों में आने वाली कठिनाइयों और समस्याओं का समाधान किया गया। मेरे प्रयास से बच्चों, पालकों  व संकुल के शिक्षकों में भी इस परीक्षा के लिए रुचि जागृत होने लगी। ऐसा करने से बच्चे मेरे साथ जुड़ाव महसूस करने लगे। पिछले 9 सालों से बच्चों  को कंपटेटीव की निः शुल्क पुस्तकें उपलब्ध  करा रही हूं और अतिरिक्त समय देकर क्लास ले रही हूं  तथा छुट्टी अवधि में भी ऑनलाइन कक्षा लेती हूं। कोरोना संक्रमण कल में भी मैंने बच्चों की ऑनलाइन क्लास लेकर तैयारी करवाई। ऐसा करने से प्रतिवर्ष NMMSE में मेरी शाला से बच्चों का चयन होने लगा।इन 9 वर्षों मेरी शाला से  35 बच्चों का चयन हुआ है। जिन्हें कक्षा 9 से 12 तक  प्रतिवर्ष 12000/_ बारह हजार रूपए छात्रवृत्ति का लाभ मिलने लगा।प्रति वर्ष चयनित हुए विद्यार्थियो को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित करती हूं।मेरे इस कार्य की  स्कूल प्राचार्य, शाला प्रबंधन समिति के सदस्य गण, पालक गण व संकुल शिक्षक गण  द्वारा सराहना की गई। मुझे इन बच्चों के साथ  जुड़े रहने में  काफी खुशी का अनुभव होता है। मेरे इस नवाचारी  आईडिया  छत्तीसगढ राज्य से प्रकाशित चर्चा पत्र  मार्च 2019 में  स्थान मिला ,साथ ही  दैनिक भास्कर समाचार पत्र में मेरा फोटो और  नवाचारी गतिविधि छपी  तो मैं अपने आपको  गौरवान्वित महसूस की। यह मेरा अहा क्षण था।मेरे इस प्रयास के लिए  शाला की प्राचार्य सीमा जम्बुलकर मैम द्वारा  और विकासखंड स्रोत केंद्र दुर्ग द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। 



                          

Post a Comment

0 Comments