सफलताकी कहानी
नाम- अनिता मंदिलवार
पदनाम- व्याख्याता जीवविज्ञान
शाला का नाम- शा• उ• माध्यमिक विद्यालय असोला
विकासखंड - अंबिकापुर
जिला- सरगुजा
गुण- शाला में नियमित उपस्थिति के साथ अध्यापन कार्य । साहित्य लेखन विधियाँ *विधा* -गद्य एव पद्य (छंद रचनाएँ, कविता, ग़ज़ल, नाटक, रूपक, लेख, कहानी, लघुकथा, हाइकु, तांका, चोका), दो नये छंद का आविष्कार सपना छंद और सपना सवैया ।विदयालय स्तर पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में संचालक की भूमिका निभायी । प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका । आकाशवाणी से वाणी सर्टिफिकेट प्राप्त । रायपुर दूरदर्शन और आकाशवाणी अंबिकापुर से कहानी, कविताओं, नाटक, रूपक का प्रसारण हुआ । शिक्षा और साहित्य के लिए लगभग 950 पुरस्कार । रचनाएँ गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स, इंडिया बुक आँफ रिकार्डस, आँफिशियल वर्ल्ड रिकार्ड्स, लंदन वर्ल्ड रिकार्ड्स, वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकार्ड्स में शामिल । साझा संकलनों की संख्या- 950 । सम्मान /पुरस्कार - 1200 से अधिक ।
विद्यालय के प्रति समर्पण- शिक्षण को रोचक बनाते हुए कक्षा में प्रश्नावली, समूह चर्चा, पोस्टर, चित्रों, सेमिनार के माध्यम से पठन- पाठन । बेकार प्लास्टिक का उपयोग करते हुए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में विद्यालय में बच्चों की सहायता से प्लास्टिक बाटल गार्डेन का निर्माण किया ।सांस्कृतिक कार्यक्रमों में संचालक की भूमिका । प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका । रेडियो शैक्षिक कार्यक्रम 'अनुँगूज' में विद्यालय से बच्चों की प्रतिभागिता सुनिश्चित करवाना ।
उपलब्धियाँ- (स्वयं के बारे में)- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचो पर काव्य पाठ और सम्मानित । Secrt, समग्र शिक्षा और रूम टू रीड द्वारा जनवरी 2022 में कक्षा 5 से 8 एवं 9 से 12 के लिए दो कहानियों की पुस्तक का स्थानीय भाषा में अनुवाद । Secrt, समग्र शिक्षा और रूम टू रीड द्वारा सितंबर 2022 में राज्य स्तरीय बाल साहित्य लेखन कार्यशाला तीन दिवसीय में सक्रिय सहभागिता । समग्र शिक्षा, रूम टू रीड, USAID के सौजन्य से स्टोरी कार्ड का *दीदी का पिटारा* का निर्माण । पुरातात्विक एवं संस्कृति विभाग से शोध वाचन के लिए पुरस्कृत । युवा महोत्सव 2021 में संभाग स्तर पर नाटक प्रायश्चित द्वितीय स्थान पर, जिला स्तर पर प्रथम (आलेख,अभिनय ) । 49वीं जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी 2022-23 में मेरे मार्गदर्शन में जोन लेवल पर प्रदर्शनी और सेमिनार में छात्र चयनित एवं एनसीईआरटी द्वारा आयोजित फोक डांस में द्वितीय पुरस्कार , एनसीईआरटी द्वारा आयोजित रोल प्ले में प्रथम पुरस्कार । विभिन्न शैक्षिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक बेबिनारों में प्रतिभागिता । जनपरिषद भोपाल द्वारा प़काशित ग़न्थ 'लीडिंग लेडीज ऑफ मध्यप़देश एण्ड छत्तीसगढ़ वाल्यूम वन और टू एवं हू 'ज' हू मे जीवन परिचय का प़काशन हुआ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचो पर काव्य पाठ और सम्मानित ।नवाचार के लिए टीचर एनोवेशन अवार्ड अवार्ड । सटोरीवेवर पर कक्षा 1 से 5 तक के लिए कहानियों का अनुवाद एवं बच्चों की स्वरचित कहानियों का प्रकाशन ।राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के तत्वावधान में होने वाले प्रायोजना प्रदर्शन में मार्गदर्शन शिक्षिका के रूप में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रमाण पत्र । युवा महोत्सव 2024 25 में निर्णायक की भूभिका निभाई। उपन्यास, आलेख और कविता की 11 एकल संकलन प्रकाशित।
सम्मान -
1 समग्र शिक्षा, रूम टू रीड, USAID के सौजन्य से राज्य स्तरीय पठन महोत्सव 2024
बाल साहित्य निर्माण के लिए सम्मानित ।
2• छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग दवारा सम्मानित ।
3• स्वतंत्रता दिवस समारोह 2023 के अवसर पर माननीय उप मुख्यमंत्री एवं माननीय कलेक्टर महोदय द्वारा शिक्षा और साहित्य के लिए सम्मान
4.द ग्लोबल ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय समाज सेवा रत्न (2020)
5. वुमन आवाज अवार्ड 2018 (भोपाल )
6. इन्टरनेशनल एण्टी हरासमेंट फाउंडेशन मध्य प्रदेश द्वारा इन्टरनेशनल आइकन अवार्ड (2020) 7.छत्तीसगढ़ रत्न सम्मान (2019)
8.महामना मालवीय संस्थान अंबिकापुर द्वारा
सरगुजा साहित्य भूषण सम्मान 2020
9.राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर "राष्ट्रीय शिक्षा सम्मान 2022" से सम्मानित
10.अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर
"अंतरराष्ट्रीय मिशन शक्ति सम्मान 2024" से सम्मानित ।
शाला और छत्तीसगढ़ के लिए लक्ष्य- शिक्षा में नवाचार , शैक्षिक क्रियाकलाप, बाल साहित्य निर्माण करना । शिक्षा, साहित्य और विज्ञान का समन्वय कर शाला और राज्य का मान बढ़ाना । छत्तीसगढ़ के शैक्षणिक और साहित्यिक स्तर को उच्च स्तर पर ले जाने का प्रयास । समाज और विद्यालय के बीच सेतु का काम करें शिक्षक । ऐसा मंदिलवार जी का क।ना है । शिक्षक दिवस पर राज्यपाल शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित होंगी । शिक्षक बच्चों को सत्य, ईमानदारी, परिश्रम और सहयोग की भावना सिखाएं। अपने आचरण से आदर्श प्रस्तुत करें। समाज और विद्यालय के बीच सेतु का कार्य करें। विद्यार्थियों को सामाजिक जिम्मेदारियों और नागरिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक करें। यह बात शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, असोला, अंबिकापुर की जीवविज्ञान की व्याख्याता अनिता मंदिलवार ने कही। उन्हें शिक्षक दिवस पर राज्यपाल शिक्षक पुरस्कार दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि शिक्षक केवल पढ़ाने तक सीमित न रहें, बल्कि चरित्र-निर्माता, समाज-निर्माता और भविष्य-निर्माता की भी भूमिका निभाएं। विद्यार्थियों को विषय का स्पष्ट और सरल ज्ञान दें। नवीन शिक्षण विधियों, तकनीकी साधनों और उदाहरणों का उपयोग करके पढ़ाएं। विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान करें। सबसे बड़ी बात यह कि विद्यार्थियों में अच्छे संस्कार, अनुशासन और मानवीय मूल्य विकसित करें।
मंदिलवार ने कहा कि विद्यार्थियों के प्रति शिक्षक निष्पक्ष और समान व्यवहार करें। धैर्य, सहानुभूति और संवेदनशीलता बनाए रखें। विद्यालय की उपस्थिति, अनुशासन और परीक्षा व्यवस्था में सहयोग करें। शिक्षा नीति और विद्यालय नियमों का पालन करें। समय पर अभिलेख और रिपोर्ट तैयार करें। शिक्षक का कार्य सिर्फ पढ़ाना ही नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के सम्पूर्ण विकास में मार्गदर्शन करना भी है।
उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार का श्रेय वे अपने विद्यार्थियों को देना चाहेंगी, क्योंकि उनकी जिज्ञासा और उत्साह ही असली प्रेरणा है। उनका कहना है कि स्कूल शिक्षा विभाग, विद्यालय परिवार, सहयोगी शिक्षक, अभिभावक और परिवारजन – सभी ने हर कदम पर साथ दिया है। यह सम्मान वास्तव में हम सबका सामूहिक प्रयास है। उन्होंने कहा,' इस सम्मान का श्रेय मैं उन सभी को देती हूं, जो शिक्षा को एक मिशन मानते हैं। यह मेरे लिए नहीं, बल्कि पूरे शिक्षक समाज और हर उस बच्चे के लिए है, जो अपने सपनों को साकार करने के लिए सीखने की राह पर है।'
बता दें कि अनिता मंदिलवार एक व्याख्याता के साथ ही जानी-मानी कवयित्री और लेखिका हैं। अपने साहित्य के माध्यम से वे लगातार समाज को जागरूक कर रही हैं। उन्हें कई साहित्यिक संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है।
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