रक्षासूत्र बांधकर प्रकृति से बना रहे रिश्ता
जैसे देश की सीमा पर तैनात सैनिक हमारी रक्षा करते हैं, वैसे ही पेड़-पौधे हमारे रक्षक
उत्कृट स्कूल में प्रिंसिपल और छात्राएं पेड़ को राखी बांधते हुए
सक्ती -राखी का बंधन भाई और बहन के पवित्र रिश्ते से बना हुआ है। जैसे भाई अपनी बहनों की रक्षा करते हैं, वैसे ही देश की सीमा पर तैनात सैनिक भी राष्ट्र की रक्षा करते हैं। प्रकृति और पेड़ भी हमारे रक्षक है। इनकी सुरक्षा का जिम्मा हमारे कंधों पर है। हम संकल्प लेते हैं, उन्हें कभी कटने नहीं देंगे। पेड़ों की सुरक्षा के प्रति यह भाव स्कूली छात्र-छात्राओं ने प्रकट किया। आओ करें इनकी रक्षा पत्रिका अभियान से प्रेरित होकर शनिवार को सकरेली ब स्कूल में बच्चों ने पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधकर उनके संरक्षण का संकल्प लिया। सकरेली ब में पुष्पेन्द्र कुमार कश्यप के मार्गदर्शन मेंछात्राओं ने परिसर के अंदर सभी पेड़ों को बारी-बारी से रक्षा सूत्र बांधे। उनके साथ स्कूल के समस्त टीचर और स्टाफ भी भी मौजूद मौजूद था। प्रधान पाठक जगदिस प्रसाद साहू व सरिता यादव इस अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन
हमें प्रकृति से जोडने का काम करते हैं। पेड़-पौधे और पर्यावरण की रक्षा हम सभी का कर्तव्य है। सभी लोग प्रण लें कि वह अपने आसपास पेड़-पौधों पौधों को को नुकसान नुकसान नहीं पहुंचाएंगे और उनकी रक्षा करें।
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Wah
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