होली
"पर्व नया बल देते हैं, हमें नया जीवन देते हैं ।"
सामाजिक एकता के लिए यह पर्व मनाया जाता है। हमारे देश में अनेक धार्मिक एवं राष्ट्रीय त्यौहार मनाए जाते हैं, इन सब में होली भी एक प्रमुख त्यौहार है। | यह फाल्गुन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। भक्त प्रहलाद ने अपने पिता की बात नहीं मानी। राजा की बहन होलिका को न जलने का वरदान मिला था। राजा ने होलिका को आज्ञा दी कि वह प्रहलाद को लेकर आग में बैठ जाए। ईश्वर की कृपा से प्रहलाद बच गया और होलिका स्वयं जल गई। इसकी स्मृति से यह त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन बच्चे लकड़ी के डंडे जमा कर चौरास्ते पर लकड़ी के ढेर लगा देते हैं। होली के दिन पूजा कर आग लगा देते हैं। दूसरे दिन रंग, गुलाल खेलकर मिठाई बाँटते हैं। बच्चे पिचकारी चलाकर प्रसन्न हो जाते हैं। कुछ लोग गंदी गालियाँ देते हैं, कीचड़ भी उछालते हैं, यह बुरा है।
इस प्रकार अनेक रंगों से मिलकर सब एकता में बँध जाते हैं। होली पर्व मेल-जोल की प्रेरणा देता है।
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