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विभिन्न नवाचारों के द्वारा अपने विद्यालय के स्वरूप में बदलाव करके बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ने वाली शिक्षिका श्रीमति नीरा साहू सहा.शि.

विभिन्न नवाचारों के द्वारा अपने विद्यालय के स्वरूप में बदलाव  करके बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ने वाली शिक्षिका



 श्रीमति नीरा साहू सहा.शि.

शा.प्रा.शाला स्टेशन भांठा

संकुल-सकरेली (बा.)

सक्ती, जांजगीर-चाम्पा(छ. ग.)

आज के समाज में शिक्षा का महत्व काफी बढ़ चुका है। शिक्षा के उपयोग तो अनेक हैं परंतु उसे नई दिशा देने की आवश्यकता है। शिक्षा इस प्रकार की होनी चाहिए कि एक व्यक्ति अपने परिवेश से परिचित हो सके। शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक बहुत ही आवश्यक साधन है। 

  जब तक जीवन है तब तक संघर्ष है ,जीवन हमेशा आसानी से नहीं गुजरती , हर दिन कोई न कोई चुनौती, कोई न कोई, संघर्ष जीवन में आता है और आता ही रहेगा , कोई नहीं हैं जिसके जीवन में चुनौतियाँ न हों, दुःख न हों, कठिनाई न हों, रुकावटें न हों | ऐसे ही न जाने कितनी कहावतें जो शिक्षक और शिक्षकीय दायित्वों के संदर्भ में कहा गया है। शिक्षक राष्ट्र की संस्कृति के ध्वजवाहक होते हैं। जो संस्कारों की जड़ों में खाद देते हैं और अपने श्रम से सींचकर उन्हें शक्ति मे निर्मित करते हैं। एक समर्पित शिक्षक अनगढ़ और बिखरे  विचारों को ,मात्राओं के दायरे में बद्ध भावों को अभिव्यक्त करने वाला छंद है। मासूम आंखों में पलते ख़्वाबों और उसे मुक़ाम तक पहुंचाने की जद्दोजहद एक शिक्षक ही करता है। मन की कोमल दीवारों पर शैक्षिक कलाओं के बीजारोपण शिक्षक का नैतिक दायित्व होता है। कुछेक शख्सियत ऐसे होते हैं जिनमें शैक्षणिक कला के विविध विधाओं पर मजबूत पकड़ होती है। ऐसे ही एक शिक्षिका हैं श्रीमति नीरा साहू जी हम आज बात कर रहे है सक्ती विकास खण्ड, जिला- जांजगीर की महिला शिक्षिका श्रीमति नीरा साहू जी की जिसने इस भयंकर महामारी के समय मे शिक्षा को अपने जीवन मे महत्वपूर्ण समझकर आज समाज के बीच मे अपना योगदान दे रही है,चाहे जो भी परिस्तिथियाँ हो,शिक्षा में गुणवत्ता जरूरी है ये कथन उनके व्यक्तित्व व उनके जज्बे को चरितार्थ करते हुए है। मुश्किलों की घड़ी में कुछ हिम्मत हार कर बैठते है तो कुछ नया कर गुजरने का जज्बा रखकर सफलता की नई तस्वीर बनाते है।अभी के समय में कोरोना के डर से उत्पन्न होने वाली भय को सफलता में बदलने के लिए कुछ कठिन परिश्रम  करना और अपने आप मे शिक्षा के प्रति जोश का जज्बा जगाकर एक योद्धा की भाँति अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन अपनी पूरी निष्ठा के साथ करते हैं। आइए आज हम एक ऐसी ही निष्ठावान, ऊर्जावान एवं कर्तव्यनिष्ठ शिक्षिका श्रीमती नीरा साहू से मिलते है। वे शासकीय प्राथमिक शाला स्टेशन भांठा में सहायक शिक्षक के रूप में पदस्थ है। वे इस कोरोना संकट काल के विषम एवं प्रतिकूल परिस्थितियों में नित नए नवाचारी प्रयोगों के साथ अपना अधिक से अधिक समय देकर अपने विद्यार्थियों का जीवन संवारने एवं उन्हें आगे बढ़ाने के लिए कृत संकल्पित हैं।

 " पढ़ई तुंहर दुआर"योजना के प्रारम्भ होते ही उन्होंने विद्यार्थियों के लिए वाट्सअप में शासन के आदेशानुसार वर्चुअल ग्रुफ बना कर सभी छात्रों को जोड़ा गया है । वैबेक्स एप के माध्यम से डेस्कटॉप,चार्ट पेपर, टी एल एम व व्हाइट बोर्ड के माध्यम से बच्चों को सरल, सहज एवं रोचक तरीके से गणित, हिन्दी, अंग्रेजी विषयो की आनलाइन कक्षाओं ले रही है एवं स्वयं के जिले में ही नही बल्कि अन्य जिलों के भी विद्यार्थियों को अपने अध्यापन का लाभ पहुंचा रहीं हैं। शिक्षिका श्रीमति नीरा साहू की ऑनलाइन कक्षाओं की प्रस्तुति अत्यंत सफलता पूर्वक सम्पन्न होती चली आ रही है,अभी तक साहू मेडम जी की ऑनलाइन कक्षाओं की संख्या लगभग 75-77 के आगे पहुंच चुकी है तथा इन कक्षाओं में विद्यार्थियों  भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया करते हैं, सक्ती विकास खण्ड के साथ साथ अन्य विकास खण्ड के छात्रों भी इनके ऑनलाइन क्लास में सम्मलित होते रहते है।इस कार्य के लिए श्रीमति नीरा साहू बताती हैं कि अपने संकूल के शिक्षक श्री पुष्पेंद्र कस्यप जी ,व संकूल प्रभारी श्री वेदप्रकाश दिवाकर जी व शैक्षिक समन्वयक श्री सत्येंद्र चौहान जी से उनको प्रेरणा मिली।श्रीमति नीरा साहू के द्वारा लॉक डाउन के दौरान लक्ष वेद प्रशिक्षण के तहत स्कूल फ्राम होम भी चलाया जा रहा है जिससे बच्चे पढ़ाई से कैसे जुड़े हुए रहते इसके बारे में भी  बताती है,ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह जाए। श्रीमति नीरा साहू ने पहले खुद लक्ष्यभेद की प्रशिक्षण जिला स्तर में प्राप्त की फिर उसने सक्ती विकास खण्ड में मास्टर ट्रेनर के रूप में अन्य अपने शिक्षक साथियों को प्रशिक्षण देने का कार्य किया।नीरा साहू द्वारा बच्चों को पढ़ने के लिए इस तरह पढ़ाई से जोड़कर रखी तथा आज के महामारी में छात्रों को पढ़ाई में हानि न हो ये सोच कर शासन के योजना के अनुसार अनेक नवाचारी योजना को अपना कर कार्य कर रही है एवं समाज और देश के प्रति अपनी सेवा प्रदान कर के देशहित में अपनी अहम भूमिका निभा रही है ।

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