गरीब बच्चों के सपनो को उड़ान देने वाला शिक्षक डॉक्टर टंकेश कुमार महंत
निःशुल्क शिक्षा के माध्यम से समाज में परिवर्तन हेतु असाधारण योगदान (25 बच्चों को मिली सरकारी नौकरी)
छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा के ग्राम कमरीद में श्री नारायण दास महंत और जीवन बाई महंत के घर जन्मे और पले बढ़े डॉक्टर टंकेश कुमार महंत (डॉ टी के महंत) के जीवनी, उसके संघर्ष और सफलता की एक अद्भुत कहानी है। बचपन से गरीबी और आर्थिक तंगी के बावजूद माता पिता के प्रेरणा से गुरुजनों के मार्गदर्शन में न केवल शिक्षा ग्रहण किया बल्कि उसे शिक्षादान महादान के रूप में समाज को समर्पित कर दिया और आज उनके प्रयासों से , सही दिशा में मार्गदर्शन से सभी समाज के बच्चे अपना भविष्य बना रहे है 2010 से ही अपने गुरुजनों के आशीर्वाद से गांव और आसपास के गरीब बच्चों को शिक्षा दान करके उन्हें परीक्षा उपयोगी जानकारी निःशुल्क रूप में उपलब्ध करा रहे है ।उनके उद्देश्यों को उस समय उड़ान मिली जब 2013 से कोरबा में रेलवे के लोको पायलट की नौकरी करते हुए तत्कालीन ARM ( एरिया रेलवे मैनेजर ) श्री अवधेश त्रिवेदी सर जी के नेतृत्व में कोरबा रेलवे प्रांगड़ में मंजिल गुरुकुल निःशुल्क शिक्षक संस्थान की स्थापना 2015 में की गई जिनमें मै एक प्रधानाचार्य और प्रबंधक के रूप में कोरबा और आसपास के क्षेत्रों के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को निःशुल्क प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करवा रहा हु और उन्हें उचित परीक्षा उपयोगी मार्गदर्शन देते हुए जीरो लेवल से प्रतियोगी परीक्षा के लायक बनाने का सम्पूर्ण प्रयास मंजिल गुरुकुल संस्थान के माध्यम से मेरे द्वारा किया जा रहा है ।
साथ ही मंजिल गुरुकुल यूट्यूब के माध्यम से प्रदेश भर के सभी प्रतियोगी बच्चो को निःशुल्क प्रतियोगिता परीक्षा की विशेष तैयारी वीडियो के माध्यम से कराया जा रहा है
निःशुल्क शिक्षा के उद्देश्य को उस समय तेज गति मिली जब हमारे शिक्षा दान से अब तक कोरबा क्षेत्र के 25 बच्चों ने सरकारी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करके हमारे प्रयासों को अंजाम तक पहुंचाया और हमारे संघर्ष को और तेज करने का संकेत दिया
आज मंजिल गुरुकुल से सभी विभागों में cgpsc,cgvyapam, Ssc ,CSEB,भारतीय रेलवे में सरकारी जॉब प्राप्त किए है साथ ही भारतीय सेना में इंडियन नेवी,सीआरपीएफआईटीबीपी,CISF,असम राइफल ,में कोरबा मंजिल गुरुकुल के बच्चे देश सेवा में अपना योगदान दे रहे है ।
मंजिल गुरुकुल संस्थान में प्रतियोगिता परीक्षा के साथ साथ जीवन जीने के तरीकों को, हमारे संस्कारों को ,चुनौतियों से सामना करके के तरीको को और एक मुखिया के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाने की कला भी सिखाई जाती है ताकी भविष्य में घर परिवार को सुखमय रखने हेतु उचित निर्णय ले डॉक्टर टी के महंत को 15 वर्षों से शिक्षा दान करते आ रहे है उसके साथ साथ परोपकार कार्यों में हमेशा आगे रहे पिछले 8 वर्षों में 200 से लोगों को रक्त व्यवस्था, स्वयं रक्तदान कोरोना काल में राशन व्यवस्था,मास्क वितरण,बालिका शिक्षा के लिए हमेशा प्रयासरत, समाज में स्वरोजगार हेतु प्रयासरत अनेक परोपकारी कार्यों से अपने जीवन के उद्देश्यों को पूरा करने में लगे है।
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