पाठ 27
छत्तीसगढ़ का सपूत
मौखिक
प्रश्न वीर नारायण सिंह का बलिदान दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर छत्तीसगढ़ के महान सपूत को 10 दिसंबर 1857 को रायपुर में फांसी की सजा दी गई थी जिसकी याद में हर वर्ष 10 दिसंबर को बलिदान दिवस मनाया जाता है।
प्रश्न वीर नारायण सिंह ने किस से लोहा लिया?
उत्तर वीर नारायण सिंह ने अंग्रेजों से लोहा लिया।
प्रश्न सोनाखान छत्तीसगढ़ के किस जिले में है।
उत्तर सोनाखान छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में स्थित है।
लिखित प्रश्न
प्रश्न वीर नारायण सिंह ने अपनी जनता के लिए क्या प्रयास किए।
उत्तर एक बार सोनाखान में अकाल पड़ा। लोग भूख से मरने लगे। नारायण सिंह ने अपनी जनता के लिए भरकस प्रयास किए ।और तो और व्यापारियों से अनाज उधार मांग कर लोगों में बांटा ऐसे में एक व्यापारी के यहां वह अनाज मांगने गए जब है पारी ने अनाज नहीं दिया तो वे आगबबूला हो गए और अपनी प्रजा के लिए उन्होंने व्यापारी के गोदाम का ताला तोड़कर अनाज लोगों में बांट दिया व्यापारी ने इस बात की शिकायत अंग्रेज अफसर से कर दी अंग्रेजों ने नारायण साई पर डकैती का आरोप लगाकर उन्हें जेल में डाल दिया।
प्रश्न वीर नारायण सिंह को फांसी की सजा क्यों दी गई।
उत्तर वीर नारायण सिंह ने प्रजा की भलाई के लिए व्यापारी के घर अनाज लूटा जिसके कारण उन्हें जेल जाना पड़ा और जनता के साथ मिलकर उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध जंग छेड़ दिया जिसके कारण उन्हें फांसी दे दिया गया।
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