जनजातियों के परंपरागत कार्य
अगरिया : शिल्प कला
बैगा : मेडिसिन मैन ऑफ गॉड
खड़िया: पालकी धोने का कार्य
कोरकू : भूमि खोजने का कार्य
खैरवार : कथा निकालने का कार्य
पारधी: काले रंग के पक्षी का शिकार
कंवर :सैन्य कार्य
भरता : सेवा का कार्य
कमार बांस शिल्प का कार्य
कोल: कोयला खोदने का कार्य
हलबा: पोहा बनाने का कार्य
कटरा: बांस का बर्तन बनाने का कार्य
शिकारी : छिंद पत्ते से चटाई एवं झाड़ू बनाना
महत्वपूर्ण तथ्य
गोदना शरीर पर चित्र है।
गोदना शिल्पकार ओझा जनजाति के है।
अपना गोदने का कार्य करने वाला जनजाति कुंजर बंजारा ओझा है
गोदना बैगा जनजाति के महिलाओं द्वारा अपने शरीर पर बनाती है।
जनजातियों में गोदना गोदने का कार्य ओझा करते हैं।
निम्नलिखित जनजातियों में से अधिक गोदना प्रिय जनजाति बैगा है।
गोदना गोदवाने वाली जनजाति कामार है ।
पेड्डा कृषि करने वाली जनजाति अबूझमाड़इया है ।
बेवार कृषि करते हैं ।
गोडजनजाति धारिया या बेवार कृषि करते हैं ।
भतरा जनजाति दहिया कृषि करते हैं। कमार जनजाति दहिया कृषि करते हैं। कोरवा जनजाति देवारी कृषि करते हैं। अबुझमादिया पेडडा कृषि करते हैं।
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