ध्वनि
टीवी का स्विच ऑन करने पर श्रव्य एवं दृश्य दोनों एक साथ शुरू होते हैं।
ध्वनि के प्रकार के अपेक्षा कम वेग से चलने के कारण ध्वनि बाद में सुनाई पड़नी चाहिए किंतु टेलीविजन में ऑडियो सिंक्रोनाइजर लगाकर इस त्रुटि को दूर किया जाता है।
ध्वनि की चाल तापमान पर निर्भर करती है।
चमगादड़ उड़ते समय पराश्रव्य ध्वनि तरंगे उत्पन्न करते हैं यह तरंगे रडार द्वारा प्रक्षेपित प्रकाश तरंगों की भांति मार्ग की रुकावट से टकराने के बाद उद्गम स्त्रोत तक लौट आती है।
ह्रदय अप श्रव्य आवृत्ति पर कंपन करता है जिसे सुनने के लिए स्टेटस स्कोप का प्रयोग किया जाता है।
पराश्रव्य ध्वनि की आवृत्ति 20000 hrz से अधिक होती है।
ध्वनि तरंगे तीन प्रकार की होती है श्रव्य तरंगे जिनकी आवर्ती ब 20hrz से 20 khrzतक होती है।
ध्वनि का वेग अधिकतम धातु में होती है।
ध्वनि तरंगों के संचरण के लिए किसी ना किसी माध्यम की आवश्यकता होती है।
ध्वनि तरंग निर्वात में गमन नहीं कर सकता।
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