कल-कल करती कंजी नाला के तट में बसे एक छोटा सा पावन सुंदर सा गांव भंवतरा तालाब के किनारे पीपल वृक्ष के छाया में श्री मना राम एवं श्रीमती मंगला देवी के आंगन में एक किलकारी पैदा हुए जिसका नाम कुंज किशोर गरीबी की उस थपेड़े से पैदा होकर संघर्ष करते हुए प्राथमिक शिक्षा अपने ननिहाल भखरा भाठा के धरती में प्राप्त किए उच्च शिक्षा ख्याति प्राप्त विद्यालय राहौद से एवं आगे की पढ़ाई बिलासपुर बुनियादी प्रशिक्षण संस्था से शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त करके अल्पायु में ही शासकीय सेवा में चले गए और 1996 से लगातार आज उनका संघर्ष जारी है पहला पड़ाव शासकीय प्राथमिक शाला पनगांव जब बेखौफ गंजी नाला की बहती धारा को चीर कर अपने एक हाथ में कपड़े को ऊपर उठाकर तैरते हुए उन बच्चों को दिशानिर्देश देते प्रतिदिन जाते थे और प्रतिदिन फिर उसी तरीके से कंजी नाला की धार को चीरते हुए वापस आते थे यह एक शिक्षण का गुणधर्म ही है और 6 सालों के इस कठिन तप के बाद उनकी विवाह श्रीमती मंजू मनहर जी से हुई और फिर दोनों दंपत्ति मिलकर की शिक्षा की संदीप को ऐसे जलाए जिन की रोशनी से हजारों बच्चे का जो जीवन है वह प्रकाश में हुआ बहुत सारे गरीब बच्चों को अपने घर में रख कर भी बढ़ाएं आज भी कुंज किशोर जी प्रतिवर्ष 15 से 20 विद्यार्थियों का परीक्षा शुल्क स्वयं अपने वेतन से भरते हैं और और शिक्षा रूपी इस मशाल को जलते हुए आगे बढ़ने के लिए उन्होंने अपना खुद का पढ़ाई भी नहीं रोका और सेवा में रहते हुए भी उन्होंने तीन विषयों पर स्नातकोत्तर उपाधि हासिल किया कोई स्नातकोत्तर उपाधि ही नहीं बल्कि उस में नेट तीनों विषयों में नेट जैसे परीक्षा को उन्होंने सफलतापूर्वक पास किया और आज कलिंगा विश्वविद्यालय रायपुर से पीएचडी के स्कॉलर है।
5 नवंबर 2009 से लेकर आज पर्यंत तक प्रभारी प्रचार के रूप में अपनी सेवाएं महात्मा ज्योतिबा राव फुले शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डोंगाकोहरौद विकासखंड पामगढ़ जिला जांजगीर चांपा में अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं इस दौरान उनके प्रमुख कार्य जो राज्यपाल शिक्षक पुरस्कार तक ले गया उनमें से पहला प्रतिवर्ष कुंज किशोर जी के द्वारा 20 से 25 विद्यार्थियों का बोर्ड परीक्षा शुल्क स्वयं अपने वेतन से दे परीक्षा में उपस्थित करते अपने विद्यालय में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को 5,000 नगद कुमारी ललिता कश्यप 2015 को प्रदाय की 2019 में टॉपर पूजा पटेल को एंड्राइड मोबाइल गिफ्ट किए ताकि वह ऑनलाइन शिक्षा अच्छी तरीका से ग्रहण कर सकें 2021-22 में होनहार विद्यार्थी साहिल बंजारे को इलेक्ट्रॉनिक मोबाइल टेबलेट प्रदान किए जिससे उनके पढ़ाई बाधित ना हो विद्यालय को आकर्षक रंगाई पुताई के साथ 50 से 60 संतो गुरु एवं वैज्ञानिकों का तैल चित्र उनके उपदेश और ज्ञान को प्रकाशित करते हुए विद्यालय के दीवारों में स्थापित किए हैं और पूरे स्कूल परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है नवाचारी शिक्षण माध्यम से अध्यापन कार्य करते हैं और 200 से अधिक शिक्षकों को ज्ञान कुंज एवं 100 से अधिक सेवानिवृत्त शिक्षक को ज्ञान कृपाल सम्मान से सम्मानित कर चुके हैं ऐसे हमारे बीच के लोकप्रिय साधारण यशस्वी मेहनती शिक्षक आज रायपुर के राजभवन में राज्यपाल के हाथों शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किए जाएंगे उनके उज्जवल भविष्य की हम कामना करते हैं उनके द्वारा अभी तक प्राप्त कुछ पुरस्कार भी हैं 2012 में शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने के कारण डी. ई. ओ. जांजगीर द्वारा अवार्ड दिया गया 2013 में जिला स्तरीय उत्कृष्ट शिक्षा का वार्ड जांजगीर में आयोजित विधायक श्री केशव चंद्र जी द्वारा किया गया 2015 में उत्कृष्ट शिक्षक अवार्ड तत्कालीन कलेक्टर ओपी चौधरी द्वारा दिए गए 2019 में उत्कृष्ट प्राचार्य जनपद पंचायत अध्यक्ष पामगढ़ के हाथों किया गया प्राचार्य बिलासपुर के कंपनी के द्वारा किया गया 2022 में नेपाल विश्वविद्यालय में उनके शोध राम और रामायण के लिए अंतरराष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया गया 2022 में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन में उन्हें एक सफल व्यक्तित्व के लिए अवार्ड दिए गए 2022 अगस्त में ही समता साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ द्वारा धमतरी में आयोजित सम्मान समारोह में बेस्ट टीचर अवार्ड से सम्मानित किया गया 26/8 /2022 को अभी हाल ही में संस्कृति विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ शासन से डॉक्टर अंबेडकर फेलोशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया किशोर जी का जीवन में कुछ प्रमुख उद्देश्य है निर्धन विद्यार्थियों को आर्थिक रूप से मदद करना दूसरा समता बंधुत्व व आपसी प्रेम भाईचारा के साथ समाज निर्माण
अगला उनका उद्देश्य है उत्तम कैरियर निर्माण करना सभी व्यक्तियों को संवैधानिक अधिकार प्रदान करना सामाजिक एवं राजनीतिक जागरूकता के साथ शैक्षिक व वैज्ञानिक वातावरण का निर्माण करते हुए विश्व बंधुत्व की कल्पना के साथ डॉक्टर भीमराव अंबेडकर महात्मा ज्योतिबा राव फुले गुरु घासीदास रविदास के सपनों का भारत निर्माण में प्रमुख योगदान
कुंज किशोर जी की प्रमुख रचना है
जीवन एक सफर है
समझदार कौन
सफलता के आयाम
गुलामों को गुलामी का एहसास दिला दो
कुछ महत्वपूर्ण राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय समसामयिक विषयों पर उनके शोध पत्र भी प्रकाशित हुए शोध पत्र में प्रमुख रूप से सूचना के अधिकार राष्ट्रीय सेमिनार राष्ट्रीय क्षितिज पर हिंदी का बहू यानी स्वरूप सास्वत भारत वैश्वीकरण के युग में भारतीय भाषाओं का विकास छत्तीसगढ़ मानवाधिकार बाल श्रम एक सामाजिक अभिशाप महिला सशक्तिकरण और राम और रामायण का एक विशिष्ट पहचान इस तरीके से उनके कुछ शोध पत्र भी प्रकाशित हुए|
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