असाक्षरों स्वयंसेवी शिक्षकों एवं साक्षरता केंद्र की स्थल के चिन्हा कर हेतु दिशा निर्देश
- कार्यक्रम के अंतर्गत 15 वर्ष से अधिक उम्र समूह के अक्षरों का चिह्न कान किया जाए।
- इस हेतु ऐसे आशा अक्षर का चिन्ह आकर किया जाए जो पूर्व में संपन्न साक्षरता कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके थे।
- ऐसे अर्थ नवसाक्षर जो कि साक्षर भारत कार्यक्रम के अंतर्गत एनआईओएस द्वारा संपन्न परीक्षा में सीढ़ी प्राप्त किए हो।
- ऐसे नवसाक्षर जिन्हें लंबे अंतराल के कारण पढ़ना लिखना या दैनिक जीवन में उपयोगी आवश्यक जोड़ घटाव नहीं आता हो उन्हें शामिल किया जाए।
- एक पारा मोहल्ला के आठ से 10 अक्षरों के लिए एक साक्षरता केंद्र एवं बुनियादी साक्षरता प्रदान करने हेतु एक स्वयंसेवी शिक्षक का चयन किया जाए चिन्हा संबंधी कार्य पूर्ण होने के उपरांत उन्हें राज्य स्तर पर प्रशिक्षित स्त्रोत व्यक्तियों द्वारा केंद्रों में अक्षरों को पठन-पाठन कराने हेतु प्रशिक्षण जिले के द्वारा आवश्यकता चरणबद्ध तरीके से प्रदान किया जाएगा।
- जिले द्वारा चयनित नगरीय निकाय के वार्ड एवं ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम के अक्षरों स्वयंसेवी शिक्षकों एवं साक्षरता केंद्र हेतु सुविधाजनक स्थान का संयुक्त रुप से चिन्ह आकर 12 मोहल्ला बार संलग्न पत्र वन में वर्णित विवरण अनुरूप किया जाए।
2 कार्यक्रम अंतर्गत स्वयंसेवी शिक्षक के लिए कोई मानदेय अथवा राशि का प्रावधान नहीं है। बल्कि उन्हें राज्य स्तर जिला स्तर से सा सम्मान पत्र प्रदान किया जाएगा।
निम्न स्वयंसेवी शिक्षकों का चयन किया जा सकता है
- पारा मोहल्ला के निवासरत शिक्षक या सेवानिवृत्त शिक्षक
- पूर्वा साक्षर कार्यक्रम के नियोजित समन्वयक पेरक
- एनएसएस एनसीसी स्काउट गाइड के छात्र-छात्राएं
- B.ed d.ed के छात्र
- पढ़ाई तू हरिद्वार के मोहल्ला कक्षा में सेवा दे रहे शिक्षक
- महाविद्यालय विद्यार्थी
- स्थानीय सेवानिवृत्त अधिकारी कर्मचारी
- स्थानीय सेवानिवृत्त अधिकारी कर्मचारी
- कक्षा 11वीं 12वीं के छात्र छात्राएं
- पूर्व प्राथमिक शिक्षा केंद्र आंगनबाड़ी केंद्र के कार्यकर्ता
- जिला स्तर या उप जेल में सेवारत शिक्षक
- शिक्षित पंचायत प्रतिनिधि
- मनरेगा का मै ट
- महिला मंडल युवा मंडल के उत्साही युवक युवती
- यूनिसेफ प्रायोजित कार्यक्रम के सीख मित्र
3 बुनियादी साक्षरता केंद्र के संचालन हेतु 8 से 10 अक्षरों के पठन पाठन हेतु बसाहट मोहल्ले कॉलोनी में उपलब्ध शासकीय सामुदायिक निजी भवन का चिह्न का साक्षरता केंद्रों के संचालन हेतु किया जाए इसके चिन्ह अकड़ में याद रखा जाए कि उक्त स्थल तक अक्षरों को पहुंचने में आसानी हो एवं वहां प्रकाश की समुचित व्यवस्था हो।
4 अभियान के वातावरण निर्माण हेतु नारा लेखन का कार्य भी इसी दौरान किया जाए।
5 उपरोक्त कार्य के सफलतापूर्वक संपादन हेतु प्राधिकरण के दिशा निर्देश अनुसार जिले के में टीम का गठन तत्काल करा लिया जाए इस हेतु जिले के कुशल प्रशिक्षकों को राज्य स्तर से अति शीघ्र ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा उत्तर प्रशिक्षित कुशल प्रशिक्षकों द्वारा जी नागर हेतु गठित टीम के प्रशिक्षण उपरांत यह कार्य प्रारंभ किया जाए।
5 चिन्हाकन्न कर हेतु गठित की जाने वाली टीम में शिक्षक सेवानिवृत्त शिक्षक स्वयं से शिक्षक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मितानिन सीख मित्र रोजगार सहायक साक्षर भारत के प्रेरकों को शामिल किया जा सकता है।
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