हिंदी भाषा का परिचय
हिंदी भाषा का क्रम
हिंदू को वैदिक संस्कृत से आधुनिक युग की भारतीय भाषाओं तक आने में निम्न चार चरणों से होकर गुजरना पड़ा
१ वैदिक संस्कृत :-जिसमें चार वेदों की रचना हुई ।
२ लौकिक संस्कृत:- जिसमें रामायण महाभारत आदि महाकाव्य लिखे गए
३ पाली और प्राकृत :-लौकिक संस्कृत का परिवर्तित रूप है ।इसमें बौद्ध साहित्य भी लिखा गया ।
४ अभ्रंश प्राकृत का परिवर्तित रूप देश में उस समय गैर सेवी,मराठी, महाराष्ट्र आदि कई रूप प्रचलित है।
रामबोला बचपन में किसका नाम था- तुलसीदास
आधुनिक युग की मीरा महादेवी वर्मा को कहते हैं ।
हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है
हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 21 फरवरी को मनाया जाता है।
भारत में अंग्रेजी को राजभाषा का दर्जा नागालैंड एवं मिजोरम में दिया गया है ।
केंद्रीय अंग्रेजी एवं हिंदी भाषा संस्थान हैदराबाद में है ।
प्रथम हिंदी सम्मेलन भारत में 1975 ईस्वी में नागपुर में हुआ था।
हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने का विचार सर्वप्रथम बंगाल में उदित हुआ था।
हिंदी में आंसू लिपि के जन्मदाता राधे लाल द्विवेदी है।
हिंदी का प्रथम बड़ा महाकाव्य पद्मावत है ।
संसार का सबसे बड़ा महाकाव्य महाभारत है।
विश्व का आदि महाकाव्य रामायण को तथा आदि कवि वाल्मीकि को माना जाता है ।
भारत के प्रथम राष्ट्रपति मैथिलीशरण गुप्त है।
हिंदी विषय पर प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार पाने वाले भारतीय सुमित्रानंदन पंत थे।
आधुनिक युग की मीरा महादेवी वर्मा को कहा जाता है ।
हिंदी साहित्य में सुकुमार कवि के नाम से सुमित्रानंदन पंत जाने जाते हैं।
आधुनिक युग का तुलसीदास मैथिलीशरण गुप्त को कहा जाता है।
हिंदी का आदि कावियत्रि मीराबाई को कहा जाता है
2 Comments
Good job
ReplyDeleteWow
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