मिनिमाता

मिनीमाता का मूल नाम मीनाक्षी देवी था। उनका जन्म 13 मार्च 1913 को असम राज्य के दौलगांव में हुआ। उन्हें असमिया, अंग्रेजी, बांगला, हिन्दी और छत्तीसगढ़ी भाषा का अच्छा ज्ञान था। वह सत्य, अहिंसा एवं प्रेम की साक्षात् प्रतिमूर्ति थीं ।मिनीमाता का परिवार मूल रूप से छत्तीसगढ़ निवासी था जिसे कमाई की तलाश में प्रदेश के बाहर जाने को मजबूर होना पड़ा था।मिनीमाता ने असम में ही अपनी स्कूल की शिक्षा प्राप्त की उन्हें असमिया अंग्रेजी हिंदी छत्तीसगढ़ी समेत कई भाषाओं का अच्छा ज्ञान था जब सतनामी समाज के गुरु अगम दास अपने अनुयायियों के बीच प्रचार के सिलसिले में असम गए वहा उनकी भेंट मीनाक्षी से भी जिन्हें उन्होंने अपनी जीवनसंगिनी के रूप में चुना।
मिनी अपने समाज में शिक्षा के प्रसार और एकता लाने के लिए काम करती रही सन 1952 से 1972 तक वे सारंगढ़ जांजगीर व महासमुंद क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुनी गई। छत्तीसगढ़ की पहली महिला सांसद इन्हीं दिनों 1997 भिलाई इस्पात संयंत्र की न्यू डाली गई मिनीमाता ने छत्तीसगढ़ में औद्योगिक प्रशिक्षण का स्तर बढ़ाने और स्थानीय युवा वर्गों को प्रशिक्षित कर प्लांट में काम दिलाने के लिए दबाव बनाया वह लोगों की आजीविका के लिए लड़ती रही, मुंगेली के दंगों के समय भी सामाजिक न्याय के लिए अमन चैन के लिए मिनीमाता की भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता।
11 अगस्त 1972 को भोपाल से दिल्ली जाते समय पालम हवाई अड्डे के पास उनका जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया दुर्घटना में चालक दल सहित सभी यात्रियों की मौत हो गई।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा इनके नाम में प्रत्येक वर्ष महिला उत्थान के लिए मिनीमाता सम्मान से सम्मानित किया जाता है ।
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