*शिक्षा के अलख को जलाए रखने का जुनून* के साथ कार्य कर रहे शिक्षक श्री वेद प्रकाश दिवाकर जिन्होंने इसको कोरोनाकाल जैसी विकट परिस्थिति में जब कोई भी घर से बाहर निकलने में असहज महसूस कर रहा है इन्होंने बच्चों को शिक्षा से जुड़े रखने का अनूठा प्रयास किया।
छत्तीसगढ़ राज्य के जांजगीर-चांपा जिले के शक्ति विकासखंड अंतर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय सकरेली बाराद्वार में पदस्थ शिक्षक श्री वेद प्रकाश दिवाकर शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल कायम किए हैं। इन्होंने लॉकडाउन के बाद निरंतर पाल को तथा बच्चों से संपर्क बनाकर सुनियोजित ढंग से ऑनलाइन क्लास का संचालन और 2 गांव में निरंतर पारा टोला कक्षा का संचालन कर रहे हैं , आपने अपनी पारा टोला कक्षा में ना केवल बच्चों के पढ़ाई पर जोर दिया अपितु बच्चों के चहुमुखी विकास हेतु विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित कर रहे हैं जिनमें मुख्य रुप से ड्राइंग पेंटिंग, पेपर क्रफ्टिंग, निबंध प्रतियोगिता ,पत्र लेखन के साथ-साथ वर्चुअल क्लास के माध्यम से ऑनलाइन महापुरुषों की जयंती, विशेष दिवस पर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं साथ ही साथ बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु पुरस्कार वितरण भी करते हैं।
इनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्य------------------
विद्यालय स्तर पर विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन।
गणित एवं विज्ञान के टी एल एम का निर्माण एवं टी एल एम प्रदर्शनी में बच्चों के साथ सहभागिता ।
किचन गार्डन का निर्माण ।
कबाड़ से जुगाड़ के तहत प्रतियोगिता का आयोजन।
मातृ पितृ सम्मेलन का आयोजन।
वृक्षारोपण कार्य।
ई पत्रिका का निर्माण।
प्रिंट- रिच कक्ष का निर्माण।
कमजोर बच्चों के लिए एक्स्ट्रा क्लास का आयोजन।
बालिकाओं की आत्मरक्षा हेतु कराटे क्लास का आयोजन।
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